नैनीताल: कभी लेक डिस्ट्रिक्ट के नाम से मशहूर नैनीताल जिले मे एक समय झीलों की संख्या 60 के आस पास हुआ करती थी। परन्तु आज लेक डिस्ट्रिक्ट की ज्यादातर झीलें इतिहास बनकर रह गयी हैं। जिले में अब नैनीताल, सूखाताल, नौकुचियाताल, सातताल, भीमताल, खुरपाताल आदि कुछ गिनीचुनी झीलें ही शेष रह गई हैं। इन गिनीचुनी झीलों को संरक्षित करने हेतु प्रसाशन सभी झीलों के आसपास चिन्हित भूमि को वैटलेंड घोषित कर यहाँ वैटलैंड क्लस्टर बनाने जा रही है। इसी क्रम मे शुक्रवार को मण्डलायुक्त राजीव रौतेला की अध्यक्षता मे नैनी झील को रिचार्ज करने वाली सूखाताल झील के साथ ही शहर की अन्य झीलों को रिचार्ज करने वाली चिन्हित भूमि को वैटलेंड घोषित करने के सम्बन्ध मे एक बैठक राखी गयी। बैठक के दौरान मण्डलायुक्त ने कहा कि गत 15 मई को प्रदेश में राज्यस्तरीय वैटलैंड कमेटी का गठन कर दिया गया है। उन्होंने राज्य कमेटी से जिलास्तरीय वैटलैंड कमेटी के गठन का अनुरोध किया। साथ ही संबंधित अधिकारी सूखाताल झील के साथ ही अन्य चिन्हित भूमि को वैटलैंड घोंषित कराने हेतु सर्वे कर प्रस्ताव बनाने की तैयारी करना सुनिश्चित करें। आयुक्त श्री रौतेला ने कहा कि जैवविविधता एवं पारिस्थिकी संरक्षण में वैटलेंड की महत्वपूर्ण भूमिका होती है इसलिये नैनीताल के साथ ही नैनीताल से लगे भीमताल, नौकुचियाताल, सातताल आदि झीलों के इर्द-गिर्द रिचार्जजिंग जोन को वैटलैंड कलस्टर प्रस्ताव बनाया जायेगा, इस हेतु उन्होंने राजस्व, वन, सिंचाई, कृषि, पर्यावरण, जलनिगम, जलसंस्थान आदि संबंधित विभागों को वैटलैंड चिन्हित कर प्रस्ताव बनाने के निर्देश दिये। श्री रौतेला ने उप जिलाधिकारी, राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे नैनीताल से काठगोदाम रोड़ को एक मॉडल रोड़ बनायें तथा इस रोड के किनारे गंदगी करने वाले ढाबे, खोखों को नोटिस दें तथा अवैध ढाबे, खोखा आदि को हटाने के निर्देश भी दिये। साथ ही सड़कों पर टूटे-फूटे, आड़े-तिरछे खराब साइनेज बोर्ड व होर्डिंग्स आदि तुरंत हटाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि प्रशासन व सड़क महकमे के अनुमति के बिना सड़कों पर कतई बोर्ड व होर्डिंग्स नहीं लगाये जायेंगे। बैठक में मुख्य वन संरक्षक कुमाऊ कपिल जोशी, जिलाधिकारी विनोद कुमार सुमन, सचिव जिला विकास प्राधिकरण हरबीर सिंह, उप जिलाधिकारी एपी वाजपेयी, अधीक्षण अभियंता सिंचाई एनएस पतियाल,अधिशासी अभियंता हरीश चन्द्र भारती, ईओ रोहिताश शर्मा, एसडीओ वन दिनकर तिवारी, प्रो0 अजय रावत, प्रो0 पीके पांडे, प्रो0 सीसी पंत, प्रो0 जीएल साह, सुदर्शन लाल साह आदि मौजूद थे।