Dr. Arun Kuksal Rahul Sankrityayan Award

उत्तराखंड के प्रसिद्ध साहित्यकार एवं यायावर लेखक डॉ. अरुण कुकसाल के नाम बड़ी उपलब्धि दर्ज होने जा रही है। डॉ. अरुण कुकसाल को को उनकी चर्चित पुस्तक ‘चले साथ पहाड़’ के लिए ‘पर्यटन मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रतिष्ठित  “राहुल सांकृत्यायन पर्यटन पुरस्कार, 2020-21 के अंतर्गत प्रथम पुरस्कार के लिए चुना गया है। उनकी इस उपलब्धि पर पौड़ी जनपद में खुशी का माहौल है।

मूलरूप से पौड़ी गढ़वाल के असवालस्यूं पट्टी के चामी गांव निवासी डॉ. कुकसाल वर्तमान श्रीकोट-श्रीनगर में रहते हैं। डॉ. अरुण कुकसाल पौड़ी मनरेगा विभाग में लोकपाल पद पर कार्य कर रहे हैं। अरुण कुकसाल ने अब तक सात पुस्तकों की रचना की है।

हिमालयी समाज के सामाजिक, आर्थिक, शैक्षिक, सांस्कृतिक और साहित्यिक मुद्दों पर पत्र-पत्रिकाओं तथा सोशियल मीडिया में नियमित लेखन से जुड़े हैं। उद्यमिता विकास, यात्रा साहित्य तथा सामाजिक-सांस्कृतिक विषयक 7 पुस्तकें प्रकाशित हैं। पूर्व में डॉ. कुकसाल को उद्यमिता शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिए ‘राष्ट्रीय उद्यमी उत्प्रेरणा प्रशिक्षक सम्मान’ प्राप्त हुआ हैं।

गिरी विकास अध्ययन संस्थान उत्तर प्रदेश, उद्यमिता विकास संस्थान उत्तर प्रदेश, स्वशक्ति परियोजना, राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद्, उत्तराखंड, राज्य विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद्, उत्तराखंड में महत्वपूर्ण पदों पर प्रशंसनीय योगदान रहा है।

वर्तमान में डॉ. पैतृक गांव चामी में बच्चों, युवाओं और महिलाओं के लिए पुस्तकालय संचालन, कम्प्यूटर प्रशिक्षण और कैरियर मार्गदर्शन के कार्य में सक्रिय हैं। साथ ही, लोकपाल (मनरेगा), पौड़ी (गढ़वाल) के पद पर अपनी विशेषज्ञ सेवायें प्रदान कर रहें हैं।

डॉ. कुकसाल के इस पुरस्कार के लिए चयनित होने पर वयोवृद्ध कृषक डॉक्टर विद्या दत्त शर्मा, चकबंदी के प्रेणता गणेश सिंह  गरीब, सतपुली के उद्योगपति एवं समाजसेवी ठाकुर सुंदर सिंह चौहान तथा ग्रामीण पत्रकार जगमोहज डांगी ने खुशी जाहिर कर उन्हे शुभकामनाएं दी हैं।