देहरादून : उत्तराखंड के पुलिस महानिदेशक (DGP) अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आइडी बनाकर ठगी करने वाले तीन आरोपितों को स्पेशल टास्क फोर्स ने गिरफ्तार किया है। इनमें से दो को भरतपुर (राजस्थान) और एक सहारनुपर (उत्तर प्रदेश) से गिरफ्तार किया गया। ये तीनों भरतपुर के ही रहने वाले हैं।
बता दें कि कुछ दिन पूर्व अज्ञात व्यक्ति ने उत्तराखंड के डीजीपी अशोक कुमार की फर्जी फेसबुक आईडी बनाई गई थी। इस फेक फेसबुक आईडी के जरिए लोगों को मैसेज भेजे जा रहे थे और धनराशि मांगने की कोशिश की जा रही थी। जिसके बाद मैसेज प्राप्त करने वाले व्यक्ति ने 15 जून को मोती बाजार में साइबर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज करवाया था। तहरीर में व्यक्ति द्वारा बताया गया था कि एक फेसबुक आईडी से मैसेज आया और 10,000 रुपये की मांग की गई। फेसबुक आईडी की प्रोफाइल पर डीजीपी अशोक कुमार की फोटो लगी थी। जिसके बाद उन्होंने पुलिस से संपर्क साधा था। जिसके बाद पुलिस प्रशासन और साइबर सेल में हड़कंप मच गया था। जिसके बाद पुलिस औऱ साइबर सेल की शुरुआती जांच पड़ताल में पता चला था कि आरोपी का कनेक्शन बिहार, झारखंड और राजस्थान से हो सकता है। इसके बाद 6 टीमें गठित की गई थी और इसकी जांच शुरू की गई थी।
फर्जी आईडी के जरिए लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजकर उनसे गूगल पे, फोन पे, पेटीएम आदि वॉलट के जरिए रकम की मांग की जा रही थी। पुलिस जांच की तो पता लगा कि जिस मोबाइल से उक्त वॉलट चल रही हैं, वह भरतपुर, राजस्थान में संचालित हो रहा है। फेसबुक आईडी का आईपी एड्रेस निकाला तो वह राजस्थान के भरतपुर जिले का निकला।
यह शेर मोहम्मद के सिम के जरिए चल रही थी, उसकी मौत हो चुकी थी। पता लगा कि शेर मोहम्मद का दामाद इरशाद पुत्र माजिद निवासी कलथरिया, जुरुहेरा, जिला भरतपुर फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर रकम ठगी में लिप्त है। उसमें उसका भाई अरशद उर्फ साजिद भी शामिल है। एटीएफ ने शेर मोहम्मद के बेटे जाहिद को पकड़ा। उसने बताया कि वह और इसके जीजा ठगी में मिले हैं। उसे गांव से दबोचा गया। वहीं उसके भाई साजिद को रविवार को सहारनपुर रेलवे स्टेशन से गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार दोनों मुख्य आरोपी 12वीं पास है।