सभी प्रदेशवासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुविधा देने वाला उत्तराखंड पहला राज्य
देहरादून: भारत रत्न व पूर्व प्रधानमंत्री स्व. अटल बिहारी वाजपेयी के जन्म दिन पर उत्तराखंड में अटल आयुष्मान योजना शुरू हो गई है। मंगलवार को मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने रेसकार्स स्थित बन्नू स्कूल ग्राउंड में एक भव्य कार्यक्रम में ‘‘अटल आयुष्मान उत्तराखंड योजना’’ का शुभारम्भ किया। इस योजना के लागू होने से उत्तराखंड देश का पहला राज्य है, जहां सभी प्रदेश वासियों को निशुल्क स्वास्थ्य सुरक्षा प्रदान की जा रही हो।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अटल आयुष्मान योजना के तहत प्रदेश के हर परिवार को प्रति वर्ष पांच लाख तक का मुफ्त इलाज मिलेगा। इस प्रकार इस योजना से उत्तराखण्ड राज्य में लगभग 23 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। इसके लिए 99 सरकारी व 66 प्राईवेट चिकित्सा संस्थान इसमें चयनित हैं। 1350 गम्भीर बिमारियों का इसमें ईलाज हो सकेगा। सरकारी अस्पतालों को प्रोत्साहन राशि दी जाएगी। योजना के तहत जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा दी जाएगी।
कैसे उठाये इस योजना का लाभ
इस योजना का लाभ उठाने के लिए 2011 के सामाजिक आर्थिक और जातीय जनगणना में आपका नाम होना चाहिए या 2012 के राशन कार्ड या वोटर आईडी या मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना का कार्ड आपके पास होना आवश्यक है। इनमें से अगर आपके पास कोई भी प्रमाण होगा तो आप योजना के पात्र होंगे। योजना के तहत लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड दिया जाएगा। इस गोल्डन कार्ड को अस्पताल में दिखाने पर उन्हें कैशलैस इलाज की सुविधा मिल सकेगी। ऐसे परिवार जो योजना में चिन्ह्ति नहीं है का पंजीकरण मोबाईल एप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) एवं वेब साईट http//ayushmanuttarakhand.org के माध्यम से किया जायेगा। इसके साथ ही इस योजना की वेब साईट पर जाकर अस्पतालों की सूची भी देख सकते हैं। अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना को सरल एवं सहज बनाने के लिये टोल फ्री हेल्प लाईन 104, मोबाईल एप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) से जन सामान्य लाभार्थियो की शिकायत, सुझाव आदि प्राप्त किये जा रहे है। मोबाईल एप गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना की वेबसाईट व एप का औपचारिक शुभारम्भ कर विभिन्न लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड वितरित किए। उनकी उपस्थिति में योजना के तहत चिन्हित विभिन्न अस्पतालों के साथ एमओयू का आदान-प्रदान भी किया गया। मुख्यमंत्री ने योजना के तहत जल्द ही बच्चों व बुजुर्गों के लिए निशुल्क ओपीडी की भी सुविधा देने व 26 जनवरी से राज्य में पूरी तरह से समर्पित एयर-एम्बुलेंस शुरू करने की घोषणा की।
योजना की प्रमुख विशेषताऐं-
- उत्तराखण्ड राज्य के समस्त परिवारों को बीमार होने पर चिकित्सालय में भर्ती होने की दशा में इस योजना का लाभ मिलेगा।
- चिकित्सा उपचार की सुविधा के लिये सरकारी एवं प्राईवेट अस्पतालों का चिन्हित किया गया है।
- पात्र लाभार्थी परिवारों के सभी उम्र के सभी सदस्य इस योजना के अन्तर्गत लाभ ले सकते है।
- लाभार्थी परिवार अपनी एवं परिवार के सदस्यों का विवरण मोबाईल एप-(अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) के माध्यम से प्राप्त कर सकते है।
- ऐसे परिवार जो योजना में चिन्ह्ति नहीं है का पंजीकरण मोबाईल एप (अटल आयुष्मान उत्तराखण्ड योजना) एवं वेब साईट http//ayushmanuttarakhand.org के माध्यम से किया जायेगा।
- उपचार के समय आपके पास कोई एक फोटो पहचान पत्र अवश्य होना चाहिए।
- योजना में चयनित परिवारों को उनके डाटा बेस के अनुसार प्रमाणित कर एवं सम्बन्धित के फोटो पहचान पत्र के अनुसार उपचार मिलेगा।
- योजना में कुल 1350 (तेरह सौ पचास) प्रकार के रोग अवस्थाओं से सम्बन्धित पैकेजों का चयन किया गया है।
- हृदय रोग सम्बन्धित कुल 130 पैकेज, नेत्र रोग सम्बन्धित 42 पैकेज, नाक कान गला रोग सम्बन्धित 94 पैकेज, हडडी रोग सम्बन्धित 114 पैकेज, मूत्र रोग सम्बन्धित 161 पैकेज, महिला रोग सम्बन्धित 73 पैकेज, शल्य रोग सम्बन्धित 253 पैकेज, न्यूरो सर्जरी, न्यूरो रेडियोलोजी एवं फ्लास्टिक सर्जरी, बर्न रोग सम्बन्धित 115 पैकेज, दन्त रोग सम्बन्धित 9 पैकेज, बाल रोग सम्बन्धित 156 पैकेज, मेडिकल रोग सम्बन्धित 70 पैकेज, कैन्सर रोग सम्बन्धित 112 पैकेज एवं अन्य 21 पैकेजों का चयन किया गया है।
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