Srishti Goswami

देहरादून : राष्ट्रीय बालिका दिवस पर आज हरिद्वार के पास दौलतपुर गांव की सृष्टि गोस्वामी ने एक दिन के लिए उत्तराखंड के मुख्यमंत्री का दायित्व संभाला है। देहरादून स्थित विधानसभा भवन पहुंचकर प्रोटोकल मंत्री धन सिंह रावत ने उनका स्वागत किया। सृष्टि करीब दर्जनभर विभागों के अधिकारियों के साथ बैठक की। इसके बाद सृष्टि ने विधानसभा भवन में बैठकें की।

सीएम सृष्टि ने समीक्षा बैठक में बालिका शिक्षा और सुरक्षा पर जोर दिया। समीक्षा बैठक में सृष्टि ने कहा कि बालिकाओं को स्कूल आने-जाने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। बालिकाएं खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं। घरेलू हिंसा के मामले बढ़ रहे हैं, इन पर रोक लगाने के प्रभावी इंतजाम किए जाएं। पुलिस अधिकारियों से उन्होंने बाल अपराधों पर लगाम लगाने को कहा। सृष्टि ने कहा प्रदेश में महिलाओं को सुरक्षित माहौल मिले।

बैठक में पुलिस विभाग की ओर से डीआईजी निलेश आंदन भरणे ने कहा कि प्रदेश में महिला अपराध में कुछ इजाफा हुआ। इसकी एक वजह यह भी है कि थाने आने वाली महिलाओं की शत-प्रतिशत शिकायतें दर्ज की जाती हैं। उन्होंने कहा कि थाने में महिला आती है तो किसी की शिकायत रिसीव हो न हो, महिलाओं की जरूर होगी।

बैठक में सृष्टि गोस्वामी ने साथ ही कहा कि स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराकर पलायन रोकने की दिशा में भी काम किया जाए।

सृष्टि का कहना है कि एक चुनाव प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही वे बाल विधान सभा की मुख्यमंत्री बनी हैं। भविष्य में मौका मिला तो वह राजनीति में आकर असल रूप में भी सीएम बनना चाहेंगी।

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत बताया प्रदेश की बालिकाओं का सम्मान

मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर राज्य विधानसभा में बाल विधायक सदन में बालिका सृष्टि गोस्वामी को एक दिन की बाल मुख्यमंत्री मनोनित कर बाल सदन की कार्यवाही का आयोजन किया जाना प्रदेश की बालिकाओं का सम्मान बताया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे आयोजन बालिकाओं को समाज में अपनी पहचान बनाने में भी मददगार होते हैं। उन्होंने कहा कि आज के बालक कल के नागरिक हैं। हमारे ये भावी कर्णधार देश को बेहतर दिशा की ओर ले जायें इसके लिये आवश्यक है कि इन्हें सम-सामयिक विषयों के साथ ही विधायिका के स्तर पर होने वाले कार्यों की जानकारी रहे। इस प्रकार के आयोजन युवाओं को समाज के प्रति अपने दायित्वों के निर्वहन की भी प्रेरणा देते हैं। उन्होंने कहा कि आज हमारी बेटियां आगे बढ़कर अलग-अलग क्षेत्रों में अपनी कामयाबी का प्रदर्शन कर रही हैं। उन्होंने बाल सदन द्वारा एक दिन के लिये मनोनीत मुख्यमंत्री सुसृष्टि गोस्वामी के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए ऐसे आयोजनों को उपयोगी बताया है।

कौन हैं सृष्टि गोस्वामी

एक दिन के लिए उत्तराखंड की मुख्यमंत्री बनने वाली सृष्टि गोस्वामी हरिद्वार जनपद के बहादराबाद के दौलतपुर गांव की रहने वाली है। सृष्टि बीएसएम पीजी कॉलेज, रुड़की से बीएससी एग्रीकल्चर कर रही हैं। सृष्टि अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस पर कई कार्यक्रमों में भाग ले चुकी हैं। मई 2018 में बाल विधानसभा में बाल विधायकों की ओर से उनका चयन मुख्यमंत्री के रूप में किया गया था। बाल विधानसभा में हर तीन वर्ष में बाल मुख्यमंत्री का चयन किया जाता है। सृष्टि के पिता प्रवीन व्यापारी हैं और मां सुधा गोस्वामी गृहणी है। एक दिन के लिए अपने राज्य की की मुख्यमंत्री बनने का अवसर मिलने से सृष्टि काफी उत्साहित हैं।

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