उत्तराखंड में इस साल अभी तक 21 लाख 69 हजार 731 तीर्थयात्रियों ने धार्मिक स्थलों पर पहुँच कर दर्शन कर लिए हैं। इस वर्ष 18 अप्रैल को गंगोत्री के कपाट खुलने के बाद जून माह तक 3 लाख 53 हजार 990 तीर्थयात्रियों ने दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित किया जबकि इसी अवधि तक यमुनोत्री में 3 लाख 25 हजार 576 तीर्थयात्री दर्शनों के लिए पहुंचे। 29 अप्रैल को केदारनाथ के कपाट खुलने से लेकर 30 जून तक केदार धाम में 6 लाख 25 हजार 842 तीर्थयात्रियों ने बाबा केदार के दर्शनों का पुण्य लाभ अर्जित किया।
इसी तरह 30 अप्रैल को भगवान बदरीनाथ मंदिर के कपाट खुलने के बाद से 30 जून तक 7 लाख 64 हजार 115 तीर्थयात्रियों ने दर्शन किए। 25 मई को हेमकुंड साहिब के कपाट खुलने के बाद अब तक 1 लाख 208 तीर्थयात्री मत्था टेकने पहुंच चुके हैं। इस तरह इन सभी धार्मिक स्थलों में अब तक 21 लाख 69 हजार 731 तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं। इस बार यात्रा ने वर्ष 2013 की आपदा के बाद सभी रिकार्ड तोड़ दिए हैं। यात्रा के लिहाज से इस साल को बेहद शुभ संकेत के रूप में माना जा रहा है।
इस अवधि में हजारों लोगों को तीर्थयात्रा से बेहतर रोजगार तो मिला ही अपितु लोगों की आर्थिक स्थिति भी काफी हद तक सुदृढ़ हुई है। इन सभी धामों में चहल पहल बनी रहने से खासी रंगत देखने को मिली। हालांकि अब बरसात शुरू हो चुकी है। इसलिए गर्मी के सीजन की तरह तीर्थयात्रियों की रंगत तो नहीं दिखाई देगी किंतु माना जा रहा है कि सितंबर शुरू होते ही इन धामों में यात्रा से एक बार फिर रंगत में दिखाई पड़ेगी।
इस साल की तीर्थयात्रा को भविष्य के लिए काफी शुभ संकेत माना जा रहा है। पर्यटकों के भी फूलों की घाटी आने की अच्छी संभावना बनती दिखाई दे रही है। फूलों की घाटी का यौवन अब अपने रंग रूप में आने लगा है तो माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पर्यटकों की आमद फूलों की घाटी में अच्छे रूप में दिखाई देगी।