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श्रीनगर गढ़वाल : राजकीय बालिका इंटर कॉलेज श्रीनगर में शुक्रवार को जिला विज्ञान महोत्सव का आयोजन किया गया। महोत्सव में पौड़ी जिले के सभी 15 विकासखंडों के विभिन्न स्कूलों से आए 400 बाल विज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। मुख्य अतिथि के रूप में पधारे प्रदेश के उच्च शिक्षा राज्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ किया। इस अवसर पर डॉ. धन सिंह ने रावत कहा कि आज का युग विज्ञान का युग है। उन्होने कहा कि सरकार जल्द ही नई शिक्षा नीति को लेकर बड़ा बदलाव करने वाली है। जिसमें बच्चों के किताबी बोझ को करने का प्रयास किया जायेगा।

विज्ञान महोत्सव में विभिन्न स्कूलों से आए बाल विज्ञानिकों ने भावी परिवहन और संचार, औद्योगिक विकास, सतत कृषि पद्धति, स्वच्छता एवं स्वास्थ्य, संसाधन प्रवंधन तथा गणितीय प्रतिरूपण, विज्ञान ड्रामा, विज्ञान मेला आदि विषयों पर मॉडल प्रस्तुत किये।

भावी परिवहन और संचार विषय को लेकर राजकीय इंटर कॉलेज कोटद्वार के अनस खान का मॉडल प्रथम रहा। जबकि इंटर कॉलेज लियार के प्रियांशु का मॉडल द्वितीय रहा। वहीँ औद्योगिक विकास वर्ग में राजकीय इंटर कॉलेज श्रीनगर का फाजिल अली प्रथम रहा। जवकि राजकीय इंटर कॉलेज नौगांवखाल की आकांक्षा को दूसरा स्थान प्राप्त हुआ। इसके अलावा सतत कृषि पद्धति वर्ग में राजकीय इंटर कॉलेज जयदेवपुर दुगड्डा के विनीत का मॉडल प्रथम रहा। जबकि शिवराजपुर कोटद्वार की मानसी ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। स्वच्छता एवं स्वास्थ्य वर्ग में खिर्सू ब्लॉक के शुभम कश्यप का मॉडल प्रथम रहा। जबकि राजकीय इंटर कॉलेज सेंदीखाल की अनामिका ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। संसाधन प्रवंधन वर्ग में देवप्रयाग के आदित्य ने प्रथम स्थान प्राप्त किया। जबकि सेंदीखाल की निकिता ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। गणितीय प्रतिरूपण वर्ग में राजकीय इंटर कॉलेज चौंरीखाल के सूर्यकांत का मॉडल प्रथम रहा। जबकि राजकीय इंटर कॉलेज नौगांवखाल की प्रतिभा ने दूसरा स्थान प्राप्त किया। विज्ञान ड्रामा में एकेश्वर ब्लॉक प्रथम तथा जयहरीखाल द्वितीय स्थान पर रहा। जबकि विज्ञान मेला, टीम प्रोजेक्ट में खिर्सू ब्लॉक राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी के छात्र हिमांशु तथा नितिन विजयी रहे। व्यक्तिगत प्रोजेक्ट में कोट ब्लॉक के अमन नेगी विजेता रहे।

इस मौके पर विशिष्ट अतिथि गढ़वाल विश्व विद्यालय के डीन प्रो. आपी गौरोला ने कहा कि छात्रों में प्रतिभा की कमी नहीं है। उन्होने विभिन्न वैज्ञानिकों की जीवनी के रोचक तथ्यों से बाल वैज्ञानिकों को अवगत कराया। कार्यक्रम की संयोजक जीजीआईसी की प्रधानाचार्या सुमनलता पंवार ने बताया कि बाल वैज्ञानिकों ने कृषि एवं स्वास्थ्य एवं स्वच्छता, संसाधन प्रबंधन, अपशिष्ट प्रबंधन, परिवहन एवं संचार पर बाल वैज्ञानिकों ने मॉडल तैयार किए। विज्ञान महोत्सव का मंच  संचालन डॉ. सरिता उनियाल, वीरेंद्र खंकरियाल ने किया। इस मौके पर जिला शिक्षाधिकारी माध्यमिक पौड़ी, विमल चंद्र बहुगुणा, खंड़ शिक्षा अधिकारी एसएस मेहरा, डॉ. सुदेश जुगरान, विज्ञान समन्वयक मंगल सिंह चैहान, भगवती जुयाल, मनोज कोहली, हेमचन्द्र ममगाईं, पुष्पा, प्रमिला बहुगुणा, लक्ष्मी राय, मीना गैरोला, पवन बिष्ट, दीना कुकसाल आदि मौजूद थे।