पौड़ी: बिलखेत नयारनदी पर खनन के पट्टे के टेंडर निकाले जाने से बिलखेत क्षेत्र के ग्रामीणों में जबर्दस्त आक्रोश है। खनन पट्टा निरस्त करने की मांग को लेकर सोमवार को बिलखेत ग्राम प्रधान सुमित्रा देवी के नेतृत्व में क्षेत्र के ग्रामीणों ने जिलाधिकारी से मुलाकात की। नाराज ग्रामीणों ने डीएम को ज्ञापन सौंपते हुए खनन पट्टा निरस्त करने की मांग की। ज्ञापन में कहा गया है कि खनन से प्राकृतिक स्रोत सूखने का सबसे बड़ा खतरा है, इसके अलावा खनन के लिए नायरनदी तक जो सड़क बनाई जा रही हैं, उससे वन संपदा को क्षति होगी। लगातार खनन से ट्रकों के आवजाही से गांव में प्रदूषण होने से गांव के छोटे-छोटे बच्चे स्वास जैसी बीमारियों के चपेट में आ सकते हैं। साथ ही नजदीकी स्कूलों पठन पाठन एवं मंदिरों में पूजा अर्चना में व्यवधान होगा। ग्रामीणों का कहना है कि खनन टेंडर होने से पूर्व ग्राम प्रधान एवं ग्रामवासियो को सूचित नही किया गया। ग्रामीणों ने शीघ्र खनन पट्टा निरस्त करने की मांग करते हुए कहा कि यदि खनन पट्टा निरस्त नही होगा तो ग्रामीण उग्र आंदोलन एवं सड़क पर धरना प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन देने वालो में ग्राम प्रधान बिलखेत श्रीमती सुमित्रा देवी, ग्राम प्रधान बुंगा बिपिन डबराल, क्षेत्र पंचायत सदस्य देवेन्द्र सिंह, प्रधान संगठन के ब्लॉक अध्यक्ष प्रमोद रावत, राकेश कुमार, विशम्बर दयाल, गंगाराम, जंगबीर सिंह, सुधा सहित कई ग्रामीण थे।



