श्रीनगर गढ़वाल: उत्तराखंड जनरल ओबीसी एम्लाइज एसोसिएशन श्रीनगर शाखा ने प्रान्तीय नेतृत्व के आह्वान पर पदोन्नति में आरक्षण के विरोध में सरकारी विभागों के जनरल-ओबीसी कर्मचारियों ने सोमवार को तहसील परिसर पहुंचकर अनिश्चितकालीन हड़ताल शुरू कर दी है। आन्दोलनकारी कर्मचारियों ने ’करो या मरो’ का नारे देते हुए सरकार के खिलाफ अपना आक्रोश व्यक्त किया। पूर्वनिर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सोमवार सुबह से ही लोक निर्माण विभाग, सिंचाई विभाग, राजस्व विभाग, सैल टैक्स, उत्तराखंड जल विद्युत निगम, कृषि विभाग, पीएमजीएसवाई, लघु डाल खण्ड श्रीनगर, उप निबन्धन, मिनिस्ट्री कर्मचारी संघ (शिक्षा विभाग) के करीब 120 कर्मचारी कार्य बहिस्कार कर हड़ताल में सम्मिलित होने श्रीनगर तहसील परिसर में पहुँच गए। हड़ताली कर्मचारियों ने कहा कि जब तक उनकी लंबित मांगे पूरी नहीं होती उनका आंदोलन जारी रहेगा। आंदोलित कार्मिकों का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया है कि पदोन्नति में आरक्षण मौलिक अधिकार नहीं है। यह राज्य सरकार को तय करना है कि वह पदोन्नति में आरक्षण देती है अथवा नहीं। उनकी मांग है कि उत्तराखंड में बिना आरक्षण पदोन्नति बहाली का शासनादेश जारी किया जाए।
इस दौरान चन्द्र कला जोशी एंव शिव प्रसाद नौटियाल के नेतृत्व में सचल दल द्वारा विभिन्न विभागों में उपस्थित कर्मचारियों की उपस्थिति का जायजा लिया गया और उपलब्धि कर्मचारियों को कल से आंदोलन में प्रतिभाग करने का निवेदन और अंतिम चेतावनी दी गई।
धरना प्रदर्शन की अध्यक्षता देवानंद बहुगुणा और संचालन शाखा महामंत्री मनोज भण्डारी ने किया। इसके अलावा एसोसिएशन के मीडिया प्रभारी कृष्ण उनियाल, विवेक पुरोहित, हरीश दानू, शिवम सेमवाल, शुभम विल्जवाण, राजपाल परमार, राकेश सेमवाल, राकेश रावत, रत्न सिंह ज्याडा, शंकर कैन्थुला, अनुज, अमित रावत, अमित कुकरेती, कुलदीप सिंह नेगी, रक्षा बधानी, पूजा नेगी, हेमन्ती देवी, रोशनी कपरवाण, गौरी नैथानी, शान्ति खत्री, लवकेश जिरवाण, नितिन रतुडी, पुरूषोत्तम नवानी, प्रवेश बहुगुणा, शैलेन्द्र चमोली, सुमन सिंह नेगी, गंगा प्रसाद पोखरियाल आदि कई लोग मौजूद रहे।