जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के हंदवाड़ा इलाके में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए भारतीय सेना के कर्नल, मेजर सहित चार जवानों में से एक जवान उत्तराखंड का रहने वाला था। पिछले दो दिनों में उत्तराखंड के तीन जवानों ने देश की रक्षा के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए हैं। एक दिन पहले जहां पिथौरागढ़ जिले के दो जवान सीमा पार से पाकिस्तानी गोलाबारी में शहीद हो गए थे। वहीं रविवार को अल्मोड़ा के रहने वाले लांस नायक दिनेश कुमार ने आतंकियों के साथ लोहा लेते हुए शहादत दी।
बतादें कि शनिवार को आतंकवादियों द्वारा हंदवाड़ा इलाके के एक घर में बंदी बनाये लोगों को छुड़ाने के लिए सुरक्षा बलों द्वारा जॉइंट ऑपरेशन चलाये गया। इस ऑपरेशन में सेना की 21वीं राष्ट्रीय रायफल्स और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवान शामिल हुए। कर्नल आशुतोष के नेतृत्व में सेना के जवान जैसे ही घर के अंदर घुसे तभी घर में मौजूद आतंकियों ने गोलीबारी शुरू कर दी। इस दौरान आतंकियों से लोहा लेते हुए सेना के एक कर्नल, मेजर सहित 4 जवान और जम्मू-कश्मीर पुलिस के सब-इंस्पेक्टर शहीद हो गए थे। शहीद जवानों में से एक लांस नायक दिनेश सिंह (दिन्नु) गैड़ा उतराखंड के अल्मोड़ा जिले के मिरगाँव के रहने वाले थे। शहीद लांस नायक दिनेश वर्तमान में 21वीं राष्ट्रीय रायफल्स में जम्मू कश्मीर सीमा पर तैनात थे। दिनेश की शहादत की खबर सुनते ही अल्मोड़ा सहित पूरे उत्तराखंड में शोक की लहर फ़ैल गई। अपने घर के इलौते चिराग 25 वर्षीय दिनेश की अभी शादी भी नहीं हुई थी। शहीद दिनेश के पिता गोधन सिंह गैड़ा भी भारतीय सेना में सेवायें दे चुके हैं। वे सेवानिवृत्त सैनिक हैं।
देश के जांबाज सैनिकों ने दो आतंकियों को मार गिराने के साथ नागरिकों को सुरक्षित निकालते हुए अपने प्राणों की आहुति देकर इस ऑपरेशन को सफल बानाया। ऐसे बीर सपूतों को शतशत नमन।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने अल्मोड़ा जनपद निवासी लांस नायक दिनेश सिंह सहित हंदवाङा में शहीद हुए सैन्य अधिकारियों और जवानों की शहादत को नमन किया है। उन्होंने कहा कि देश रक्षा के लिए हमारे जवानों ने सर्वोच्च बलिदान किया है। हमें इनकी शहादत पर गर्व है। ईश्वर उनके परिजनों को धैर्य प्रदान करें। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार हमेशा शहीद के परिजनों के साथ है।