सोशल साइट ट्विटर को खरीदने के बाद एलन मस्क ने कर्मचारियों के छंटनी करने का सिलसिला शुरू किया जो दूसरी कंपनियों में भी कर्मचारियों को बाहर निकाले जाने का दौर तेजी के साथ शुरू हो गया है। कुछ समय पहले तक टि्वटर, मेटा, अमेजन और गूगल में कर्मचारी आराम से नौकरी कर रहे थे। लेकिन अब इन्हीं कंपनियों में सबसे अधिक कर्मचारियों को नौकरी से हटाया जा रहा है। सबसे खास बात यह है कि नौकरी से निकाले जाने का कोई ठोस खास कारण भी नहीं बताया जा रहा है। ट्विटर के बाद फेसबुक (मेटा) फिर अमेजन उसके बाद अब गूगल ने भी अपने कर्मचारियों की छंटनी करने का एलान कर दिया है। गूगल से पहले ट्विटर, मेटा, अमेजन जैसी कंपनियां भी बड़ी छंटनी कर चुकी है।

ट्विटर ने करीब 50% एम्प्लॉइज को निकाला है जबकि मेटा ने अपने इतिहास की सबसे बड़ी छंटनी करते हुए 11,000 लोगों को निकाला है। वहीं अमेजन में भी 10,000 से ज्यादा कर्मचारियों की छंटनी की जा चुकी है। अमेजन ने खुद भी अगले साल तक छंटनी जारी रहने की जानकारी दी थी। मंगलवार को गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट 10 हजार उन कर्मचारियों की पहचान करने को कहा गया है, जिनका प्रदर्शन कमजोर है। अनुमान के अनुसार अल्फाबेट के कुल कर्मचारी 1.87 लाख है। अमेरिकी सिक्युरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन की रिपोर्ट के अनुसार पिछले साल अल्फाबेट ने अपने कर्मचारी को औसत रूप से करीब 2,95,884 डॉलर वेतन भत्तों के रूप में प्रदान किए थे।

द इन्फॉर्मेशन की एक रिपोर्ट के अनुसार, गूगल ने खराब कर्मचारियों पर नजर रखने के लिए एक नई रैंकिंग और प्रदर्शन सुधार योजना शुरू की है। इसके तहत कंपनी के राडार पर आए 10,000 कर्मचारियों को निकालने की योजना बना रहा है। वहीं ब्रिटेन के हेज फंड बिलियनेयर क्रिस्टोफर हॉन ने अल्फाबेट को एक लेटर लिखा। इसमें कहा गया कि अल्फाफेट के एम्प्लॉइज को अन्य टेक दिग्गजों की तुलना में बहुत अधिक पेमेंट किया जाता है और एम्प्लॉइज की संख्या में भी कटौती करने की आवश्यकता है।