चीन में कई दिनों से कोरोना से हाहाकार मचा हुआ है। चीन में कोरोना का नया वैरिएंट काफी गंभीर रूप ले चुका है। रिपोर्ट्स की मानें तो चीन में काफी संख्या में नए मामले सामने आ रहे हैं। प्रतिदिन का आंकड़ा लाखों में जा रहा है। अस्पताल पूरी तरह भरे हुए हैं, मरीजों को जगह तक नहीं मिल रही हैं। चीन में दवाइयों की भी भारी कमी बताई जा रही है।
बुधवार को स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जनवरी में देश में कोरोना भयानक लहर आने की संभावना जताई गई है। इसी को ध्यान में रखते हुए मंगलवार को देश के अधिकांश राज्यों में अस्पतालों की समीक्षा व्यवस्था की गई इसके साथ मॉकड्रिल भी हुआ। इसी को लेकर पिछले दिनों केंद्र से लेकर कई राज्यों की सरकारों ने अपने-अपने यहां कोरोना के खतरे को देखते हुए बैठक का जायजा भी लिया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के सूत्रों के मुताबिक जनवरी के मध्य में भारत में कोरोना के मामले बढ़ सकते हैं।
पिछले ट्रेंड्स की एनालिसिस के बाद यह माना जा रहा है कि अगले 40 दिन देश के लिए मुश्किल होंगे। देश में कोरोना की एक और लहर की स्थिति आ सकती है। ऐसे में सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में स्वास्थ्य सुविधाओं की समीक्षा की जा रही है। चीन में आई कोविड लहर का कारण ओमिक्रॉन का सब वैरिएंट बीएफ.7 है। यह सब वैरिएंट काफी तेजी के साथ संक्रमण फैलाता है और एक समय पर 16 लोगों को संक्रमित कर सकता है।
हालाँकि विशेषज्ञों का मानना है कि भारत पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं पड़ेगा। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारत की अधिकतर आबादी के पास डबल इम्यूनिटी का होना है, डबल यानी एक नेचुरल इम्यूनिटी और एक जो वैक्सीन के बाद इम्यूनिटी लोगों के शरीर में बन गई है। इसके अलावा विदेशों में मौजूद वेरिएंट्स से भारत के लोग पहले ही संक्रमति हो चुके हैं। ऐसे में कोविड के मामलों में अधिक इजाफा नहीं होगा। केस भी तभी सामने आएंगे, जब लोग अधिक संख्या में टेस्ट कराएंगे। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कोरोना के केस बढ़ते भी हैं तो वह कोई खतरनाक लहर नहीं होगी। कुछ इलाकों में संक्रमण के छोटे-छोटे पीक देखे जा सकते हैं। भारत में कोविड से स्थिति सामान्य ही रहने की उम्मीद है।
इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने भी कहा कि कोरोना के बढ़ते खतरे को देखते हुए उपकरणों और मानव संसाधन को तैयार रखना जरूरी है। मांडविया ने कहा कि पूरी दुनिया में कोविड के मामले बढ़ रहे हैं और भारत में भी संक्रमण के मामलों में वृद्धि हो सकती है। इसलिए जरूरी है कि उपकरणों, प्रक्रियाओं और मानव संसाधनों के रूप में कोविड संबंधी संपूर्ण ढांचा पूरी तरह तैयार रहे। ’स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार, भारत में बुधवार को कोरोना के 188 नए मामले देखने को मिले, जिसके बाद कुल कोरोना मामलों की एक्टिव संख्या बढ़कर 3 हजार 468 पहुंच गई है।
मौजूदा समय में भारत में डेली पॉजिटिविटी रेट 0.14 फीसदी जबकि साप्ताहिक 0.18 फीसदी है। बुधवार को बिहार के गया में एक बार फिर दो विदेशी नागरिक कोरोना संक्रमित मिले हैं। ये बैंकॉक और ताइवान के रहने वाले हैं। गया में अब तक कुल 19 लोग पॉजिटिव मिले हैं।
Next 40 days going to be crucial as India may see surge in Covid cases in January: Official sources citing previous trends
— Press Trust of India (@PTI_News) December 28, 2022