पौड़ी: जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने पौड़ी जिले के रिखणीखाल और धुमाकोट तहसील में बाघ की गतिविधि को देखते हुए सुरक्षा के लिहाज से स्कूलों व आंगनबाड़ी केंद्रों में अवकाश घोषित कर दिया गया है. पहले यह अवकाश 18 तक घोषित किया गया था. जिसे बढ़ाकर 21 अप्रैल कर दिया गया है. बाघ को लेकर 25 गांवों में रेड अलर्ट जारी किया गया है. साथ ही रिखणीखाल और नैनीडांडा ब्लॉक के गांवों में ड्रोन से बाघों पर नजर रखी जा रही है.
जिलाधिकारी डॉ. आशीष चौहान ने गत दिवस देर सायं तहसील रिखणीखाल के ग्राम डल्ला व तहसील घुमकोट के अंतर्गत ग्राम सिमली पहुंचकर बाघ के हमले से प्रभावित/पीड़ित परिवार से मुलाकात कर उन्होंने सांत्वना दी। उन्होंने डीएफओ को बाघ पकड़ने के लिए दोनों जगहों पर पिंजरे लगाने के साथ ही फॉरेस्ट कर्मियों की गस्त बढाने के निर्देश दिए। वहीं दोनों घटना स्थलों पर वन विभाग, पुलिस कर्मचारी सहित अन्य विभागों के अधिकारी गांव में डटे हैं।
डीएम डॉ. आशीष चौहान ने तहसील रिखणीखाल के ग्राम डल्ला पट्टी पैनो-चार, मेलधार, क्वीराली, तोल्यूं, गाडियूं, जुई, कांडा, कोटडी तथा तहसील धुमाकोट में ग्राम ख्यूणांई तल्ली, ख्यूणांई मल्ली, ख्यूणांई बिचली, उम्टा, सिमली मल्ली, चमाड़ा, सिमली तल्ली, घोडकन्द मल्ला, घोडकन्द तल्ला, कांडी तल्ली, कांडी मल्ली, मन्दियार गांव, खड़ेत, गूम, बेलम क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले सभी विद्यालयों तथा आंगनबाड़ी केंद्रों में 21 अप्रैल तक अवकाश घोषित कर दिया।
बाघ को पकड़ने के लिए डल्ला गांव में 2 ट्रेंक्यूलाइजर टीमो की तैनाती की जा चुकी है जबकि सिमली के ग्रामीणों की सुरक्षा के दृष्टिगत जिलाधिकारी ने डीएफओ लैंसडौन की अगुवाई में पृथक से एक ट्रेंक्यूलाइजर टीम तैयार करने के निर्देश दिए है। जिलाधिकारी ने कहा कि क्षेत्रवासियों की सुरक्षा उनकी प्राथमिकता में है इसलिए बाघों को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। जिलाधिकारी ने सिमली में बाघ को पकड़ने के लिए आज ही पिंजरा लगाने के निर्देश दिए हैं।
सिमली के ग्रामीणों ने कहा कि बाघ वयस्क है और काफी तंदरुस्त भी है। जबकि इसके उलट डल्ला गांव में लगाए गए ट्रैक कैमरों में बाघ के दो शावक दिखाई दे रहे है जो कि शिकार करने में अनुभवहीन दिखाई दे रहे है। जिलाधिकारी ने वन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव के आसपास कितने बाघ हैं, इसकी ठोस मॉनिटरिंग करते हुए सटीक जानकारी उपलब्ध कराएं। उन्होंने स्पष्ट किया जब तक बाघ को पकड़ा नहीं जाता है तब तक गांवों में फॉरेस्ट विभाग के माध्यम से निरंतर गश्त कराई जाए और किसी भी प्रकार का इनपुट मिलने पर इसकी जानकारी तत्काल देना सुनिश्चित करें।
जिलाधिकारी ने ग्रामीणों से धारा 144 का अनुपालन करने की अपील की साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि ग्रामीणों के पशुओं के लिए चारापत्ती, उनके स्वास्थ्य की देखभाल व खाद्यान्न इत्यादि की आपूर्ति करवाना सुनिश्चित करें। उन्होंने ग्रामीणों को कहा कि डल्ला गांव की तरह ही सिमली गांव में भी ट्रांक्यूलाइजर टीम तैनात की जाएगी। कहा की बाघ को पिंजरे में कैद करने के लिए पूरी तैयारी की गई है। जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को कहा की जब तक बाघ पिंजरे में कैद नहीं हो जाता तब तक गांव में सावधानी के साथ रहें। बाघ के हमले पर अलग-अलग दो स्थानों पर हुई 2 वृद्ध व्यक्तियों की मृत्यु होने पर वन विभाग, पुलिस व अन्य विभागों के अधिकारी बाघ को पिंजरे में कैद करने के लिए गांव में डटे हैं।