national seminar in Diet Pauri

पौड़ी: जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान चढ़ीगांव, पौड़ी गढ़वाल में 26 सितंबर से 29 सितंबर 2023 तक बच्चों एवं किशोरों के मनोविज्ञान आधारित प्रभावी शिक्षण प्रविधियां पर गहन मंथन करते हुए राष्ट्रीय संगोष्ठी आयोजित की गई। साथ ही माध्यमिक स्तर के शिक्षकों के लिए दो दिवसीय प्रशिक्षण मॉड्यूल का विकास किया गया। उद्घाटन के अवसर पर केंद्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर के मनोविज्ञान विभाग के अध्यक्ष प्रोफेसर मंजू खंडूड़ी ने इस बात पर जोर दिया कि बच्चों के तीन एच (H) की जानकारी के बिना प्रभावी शिक्षण संभव नहीं है। जब तक हम हेड यानी मस्तिष्क, हाथ और दिल का उपयोग नहीं करते हैं तो प्रभावी शिक्षण संभव नहीं है।

चार दिवसीय राष्ट्रीय कांफ्रेंस का आज सफल समापन हो गया। समापन कार्यक्रम के मुख्य अतिथि असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ सौरभ सिंह (डिग्री कॉलेज पाबो) ने बाल मनोविज्ञान पर विस्तार से बात की। कार्यक्रम के आयोजन सचिव डॉ नारायण प्रसाद उनियाल ने कार्यक्रम की आख्या पर प्रस्तुत करते हुए कहा कि इस संगोष्ठी में पूरे देश से 77 शोध पत्र संस्थान को प्राप्त हुए थे। जिसमें विषय विशेषज्ञों के द्वारा 38 शोध पत्र उपयुक्त पाए गए और संगोष्ठी में 35 शिक्षकों एवं शोध शोधार्थियों के द्वारा अपने शोध प्रस्तुत प्रस्तुत किए गए। इसमें देश के विभिन्न प्रांतो से शोधार्थियों ने प्रतिभाग किया विशेष रूप से पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश, गुजरात, पंजाब व  दिल्ली आदि राज्यों का प्रतिनिधित्व रहा।

संगोष्ठी की सबसे बड़ी उपलब्धि है रही की भविष्य में बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य एवं दैनिक उत्पन्न होने वाले तनाव आदि पर कैसे नियंत्रण किया जाए। इस विषय पर शिक्षक प्रशिक्षण के लिए एक मॉड्यूल तैयार किया गया। राष्ट्रीय कांफ्रेंस में शोधार्थियों द्वारा अपने शोध पत्र प्रस्तुत किए गए जिसके आधार पर जिले के 33 शिक्षक शिक्षिकाएं मॉड्यूल निर्माण कर रहे हैं। कार्यक्रम समन्वयक डॉ एन पी उनियाल ने मॉड्यूल निर्माण के कार्य की देखरेख की। समापन कार्यक्रम में जिले के शिक्षकों ने छात्रों की मनोवैज्ञानिक समस्याओं की चर्चा की तथा उनके समाधान पर प्रकाश डाला।

डाइट के प्राचार्य डॉ एम एस कलेठा ने सभी शोधार्थियों, अतिथियों, डाइट के शिक्षकों, अन्य कर्मचारियों और डीएलएड के प्रशिक्षुओं प्रमाण पत्र प्रस्तुत करते हुए आयोजन को सफल बनाने के लिए आभार प्रकट किया।

कार्यक्रम संचालन विनय किमोठी ने किया। जिसमें जगमोहन कठैत,डॉ धनेंद्र लिंगवाल, डॉ जेएमएस पुंडीर,  विमल ममगाई, संगीता डोभाल, शिवानी रावत, जेएस राणा, रेणु, शालिनी, डॉक्टर अतुल बमराड़ा, जगदंबा कुकरेती, सोनीका रमोला, ममता पवार, महेंद्र राणा, कविता मेहरा, रूपचंद्र लखेड़ा आदि शिक्षक उपस्थित रहे।