श्रीनगर: हरेला पर्व राजकीय मेडिकल कॉलेज एवं बेस चिकित्सालय में विभिन्न पौधों के रोपण तथा उनके संरक्षण के संकल्प के साथ मनाया गया। मेडिकल कॉलेज परिसर एवं बेस अस्पताल परिसर के विभिन्न स्थानों पर हरेला पर्व पर अमलतास, अशोक, पीपल के पौधों का रोपण किया गया।
हरेला पर्व के मौके पर मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सीएमएस रावत ने कहा कि सावन माह में पूरे उत्तराखंड में हरेला पर्व मनाया जाता है। सामाजिक सद्भाव और सुख-समृद्धि का हरेला पर्व प्रतीक माना जाता है। उत्तराखंड में अब यह पर्व बड़े रूप में मनाया जाता और इस अवसर पर पूरे उत्तराखंड में जगह-जगह पौधों का रोपण होता है, जो पर्यावरण संरक्षण का संदेश देता है। हरेला पर्व कृषि प्रधान परंपरा को आगे बढ़ाने की ऊर्जा समाज को देता है।
प्राचार्य ने कहा कि भगवान शिव बाबा को सावन का माह बहुत प्रिय है और मान्यता है कि सावन माह में पथरीली जमीन पर भी कुछ भी रोपा जाए वह अवश्य खिलता ही खिलता है। इस मौके पर बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजेय विक्रम सिंह ने कहा कि हरेला पर्व पहाड़ की समृद्ध लोक संस्कृति की पहचान है। जो प्रकृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन का संदेश देता है। कहा कि बेस अस्पताल परिसर में रोपे गये पौधों की जिम्मेदारी प्रत्येक कर्मचारी को दी गई, ताकि बेस अस्पताल में रोपे गये पौधे हरे-भरे रहे।
इस मौके पर ब्लड़ बैंक प्रभारी डॉ. सतीश कुमार, डॉ. दीपक द्विवेदी, सुपरवाइजर सुरक्षा कैंप्टन भूपेन्द्र पटवाल, चरत सिंह राणा, राजेन्द्र भट्ट, वीरेन्द्र कुंवर, एमबीबीएस छात्र कौस्तुभ टंडन, संगीता, प्रशस्ति भट्ट, दीपका, सुरजीत, अभिषेक, शोभा, पूनम, रविन्द्र कुमार, सोहन बर्त्वाल, त्रिलोक रावत, चन्द्रप्रकाश, गीता बिष्ट, संदीप, मनमोहन आदि मौजदू थे।