नोएडा: नोएडा लोकमंच द्वारा रविवार को नोएडा सेक्टर 94 स्थित ‘अंतिम निवास’ (कब्रिस्तान/श्मशान घाट) में नोएडा प्राधिकरण (उद्यान) के सहयोग से स्वच्छ वातावरण अभियान के तहत शहर के पर्यावरण प्रेमियों ने अपने स्वजनों की स्मृति में वृक्षारोपण किया। उद्यान निदेशक श्री आनंद मोहन एवं उनके सहयोगी अंकित सेंगर ने स्वयं मौके पर रहकर अपने कर्मचारियों के साथ इस कार्य में हाथ बढाया।
नोएडा लोकमंच की स्वच्छ पर्यावरण पहल के अंतर्गत नोएडा के विशेष रूप से ‘अंतिम निवास’ (कब्रिस्तान/श्मशान घाट) के पवित्र मैदान पर ध्यान केंद्रित किया। इन स्थानों को शुद्ध हरियाली से परिपूर्ण एवं शांत स्थानों में परिवर्तित करके, हम उन परिवारों को आश्वस्त करते हैं जो अपने प्रियजनों को विदाई देने आते हैं। एक शांतिपूर्ण एवं शुद्ध वातावरण, जहाँ हरियाली के बीच पक्षी चहचहाते ,मोर नाचते हैं और मंद-मंद हवाएँ बहती हैं, एक गरिमामय पेड़ों की छांव में अंतिम विश्राम स्थल ही सुनिश्चित करता है।
नोएडा प्राधिकरण ने इस मुहिम को अपना भरपूर सहयोग दिया। नोएडा प्राधिकरण के सेवानिवृत्त बागवानी विशेषज्ञों की टीम में सेवानिवृत्त चौधरी ओमवीर सिंह पूर्व डायरेक्टर उद्यान, सेवानिवृत्त डिप्टी डायरेक्टर मुकेश शर्मा उद्यान, सेवानिवृत्त सहायक पूर्व डायरेक्टर जितेंद्र शर्मा उद्यान, सेवानिवृत्त इंस्पेक्टर के.पी. सिंह ने अंतिम निवास की जिम्मेदारी ली है और पिछले तीन-चार महीनों से यह विधिवत योजना बना कर इस पर कार्य कर रहे हैं. आज उनकी मेहनत का ही फल है जो शहर के पर्यावरण प्रेमियों ने अंतिम निवास में अपने स्वजनों की स्मृति में लगभग 4800 पेड़- पौधे फल एवं फूलों के लगाए गए।
इस स्वच्छ वातावरण अभियान में नोएडा के पर्यावरण प्रेमियों द्वारा अपने प्रियजनों के लिए भरपूर योगदान किया। विभिन्न क्षेत्रों और विविध पृष्ठभूमियों के पर्यावरण प्रेमियों ने इस वृक्षारोपण में बढ़-चढ़कर योगदान किया।
इस वृक्षारोपण अभियान में अंतिम निवास के समस्त कर्मचारी चाहे वह माली, ड्राइवर ,पंडित सेवादार एवं कार्यालय के अन्य कर्मचारियों ने अपने दैनिक संस्कार के कार्यों के साथ-साथ पिछले एक हफ्ते से बड़े ही मनोयोग से कार्य किया। जिससे यहां का वातावरण शुद्ध एवं स्वच्छ बने। इस वृक्षारोपण अभियान में शहर के गरिमामय गणमान्य राजनीतिक एवं सामाजिक पर्यावरण प्रेमियों ने अपने स्वजनों की स्मृति में पौधारोपण किया। समस्त पर्यावरण प्रेमियों की उपस्थिति सराहनीय रही।
यह पहल सिर्फ पेड़ लगाने तक ही सीमित नहीं है यह प्रकृति के साथ संबंध विकसित करने, सामुदायिक भावना को बढ़ावा देने और एक स्वच्छ एवं शुद्ध वातावरण बनाने के बारे में है जहां जीवन की वास्तविकता को सम्मान और शांति के साथ अपनाया जाए।