पौड़ी गढ़वाल में कल्जीखाल ब्लांक के अन्तर्गत ग्राम थैर में आयोजित रामलीला में मातृशक्ति की भागीदारी लगभग 90 प्रतिशत है, जो एक अद्वितीय और प्रेरणादायक उदाहरण है। इस रामलीला का मंचन 24 वर्षों के अंतराल के बाद किया जा रहा है, जो क्षेत्र के लोगों के लिए एक महत्वपूर्ण आयोजन है।

इस रामलीला के लिए रामलीला की संयोजिका शान्ति रावत ने दो साल तक गांव की बच्चों को रिहर्सल कराई, जिसका परिणाम है कि आज गांव में सुंदर रामलीला का मंचन हो रहा है।

कल चौथे दिन की रामलीला में श्रीराम, लक्ष्मण और माता सीता वनवास को गए, और राजा दशरथ व्याकुल होकर स्वर्ग सिधार गए। राजा दशरथ की भूमिका कोमल सिंह नेगी ने निभाई, जिसे देखकर दर्शकों की आंखें नम हो गईं।

मिडिया प्रभारी महाराज सिंह नेगी का कहना है कि आने वाले दिनों में मुख्य अतिथि के रूप में कुछ जनप्रतिनिधियों के आने की संभावना भी है। रामलीला की संयोजिका शान्ति रावत ने सभी गांव वासियों का अभार एवं धन्यवाद प्रकट किया जो श्री प्रभु रामलीला में तन-मन धन से अपनी अपनी भूमिका अदा कर रहे हैं।