gauchar-uttarakhand

देहरादून: स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 के तहत स्वच्छ पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। स्वच्छता सर्वेक्षण पुरस्कारों में पहली बार उत्तराखंड का नाम आया है। इस बार चमोली जिले के गौचर को सबसे स्वच्छ गंगा टाउन का खिताब मिला है। स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 के लिए देशभर में करीब 4237 शहरों में 28 दिनों तक किये गए सर्वे के आधार पर आज बुधवार को राष्ट्रपति भवन दिल्ली, में स्वच्छता पुरस्कारों की घोषणा कर दी गई है। 7 अलग अलग श्रेणी के पुरस्कारों में उत्तराखंड के चमोली जिले के कर्णप्रयाग तहसील के अंतर्गत सात पहाड़ों से घिरे गौचर को सबसे स्वच्छ गंगा टाउन चुना गया है। अलकनंदा नदी के किनारे बसा खूबसूरत गौचर शहर अपने ऐतिहासिक व्यापार मेले (गौचर मेले) के लिए जाना जाता है।

मध्यप्रदेश के इंदौर शहर को स्वच्छता सर्वेक्षण में लगातार तीसरे साल देश के सबसे स्वच्छ शहर चुना गया। वहीँ सबसे स्वच्छ राजधानियों में भी मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल पहले स्थान पर रही। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में अहमदाबाद और पांच लाख से कम आबादी वाले शहरों में उज्जैन सबसे स्वच्छ शहर घोषित किये गए। इसके अलावा सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट में दिल्ली कैंट टॉप पर रहा। जबकि 3 लाख से कम आबादी वाले सबसे स्वच्छ छोटा शहर का ख़िताब एनडीएमसी दिल्ली के नाम रहा।

स्वच्छता सर्वेक्षण-2019 में सात टॉप पुरस्कार :

सबसे स्वच्छ गंगा टाउन                  – गौचर, उत्तराखंड
सबसे स्वच्छ शहर                         – इंदौर
सबसे स्वच्छ राजधानी                    – भोपाल
सबसे स्वच्छ बड़ा शहर                    – अहमदाबाद (10 लाख से ज्यादा आबादी वाला)
सबसे स्वच्छ मध्यम आबादी वाला शहर – उज्जैन (5 लाख की आबादी वाला)
सबसे स्वच्छ छोटा शहर                   – एनडीएमसी दिल्ली (3 लाख से कम आबादी)
सबसे स्वच्छ कैंटोनमेंट                    – दिल्ली कैंट

यह भी पढ़ें:

श्रीनगर बनेगा महानगर पालिका, नकोट व बिलकेदार नगरपालिका में शामिल: मुख्यमंत्री