नोएडा: कर्ज माफी, गन्ना की कीमतों समेत अपनी विभिन्न मांगों को लेकर किसान क्रांति यात्रा के तहत हरिद्वार से दिल्ली के किसान घाट कूच कर रहे हजारों किसानों को दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर रोके जाने से पुलिस और किसानो के बीच झड़प हो गई। इस बीच पुलिस ने किसानों को तितर-बितर करने के लिए पानी की बौछार और आंसू गैस का प्रयोग किया। जिसके कारण भीड़ ने उग्र रूप ले लिया और दिल्ली सीमा पर स्थिति बेहद तनावपूर्ण बनी हुई है। दिल्ली में प्रवेश को आमादा किसानों को दिल्ली-यूपी सीमा पर रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किया है।
मंगलवार को दिल्ली-यूपी बॉर्डर पर किसानों के उस समय हिंसक रूप धारण कर लिया, जब उन्होंने बेरीकेडिंग तोड़ने और अपने ट्रैक्टरों से राष्ट्रीय राजधानी में प्रवेश करने की कोशिश की। जिसके बाद पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज किया। पुलिस की इस कार्रवाई में कई किसान घायल हो गए। इसे लेकर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने सरकार पर हमला बोल दिया है। दिल्ली पुलिस ने अपनी सफाई में कहा है कि किसानों का एक ग्रुप हिंसक हो गया। पुलिसकर्मियों को चोट आई। इसके बाद न्यूनतम बल प्रयोग करना पड़ा।
किसान आंदोलन को रोकने की केंद्र और यूपी सरकार की कोशिशें अब तक कामयाब नहीं हुई हैं। दिल्ली-यूपी सीमा पर किसानों से हुई बातचीत में केंद्र सरकार ने उनकी मांगों पर विचार करने का आश्वासन दिया लेकिन किसानों ने इसे खारिज कर दिया है। किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि उनका आंदोलन जारी रहेगा। किसानो के आन्दोलन के चलते दिल्ली बॉर्डर के आसपास सोमवार शाम से धारा 144 लागू कर दी गई है।
दिल्ली-एनसीआर में किसान आंदोलन के चलते तनाव की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने गाजियाबाद के सारे स्कूल-कॉलेजों को बंद करने का आदेश दिया है। गाजियाबाद की जिलाधिकारी रितु माहेश्वरी ने कहा, ‘किसान आंदोलन के मद्देनजर एहतियात के तौर पर बुधवार को गाजियाबाद के सभी स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे।