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ग्रेटर नोएडा: महिलाओं व बच्चों के ख़िलाफ़ हिंसा व अपराध एक बड़ी समस्या बनती जा रही है। महिलाओं के ख़िलाफ़ हिंसा हत्या और बलात्कार रुकने का नाम नही ले रहे। महिला उन्नति संस्था (भारत) इसकी निंदा करती है। संस्था के संस्थापक डाo राहुल वर्मा के अनुसार इस तरह की शर्मनाक  घटनाओ में समाज सबसे ज्यादा दोषी है और कानून व्यवस्था भी। अन्यथा है केसे संभव है की अपराधियों के अंदर इतनी हेवानियत आ जाये की अपराधी हर दिन नये व भयानक रूप से वारदांतो को अंजाम दे रहे है। समाज और पुलिस प्रशासन  सभी उदासीन है। आये दिन एक ना एक बच्ची या महिला इनकी हेवनियत की बलि चढ़ रही है।

उन्होने कहा आज समय की मांग है की सभी लड़कियो को कानून की पूर्ण जानकारी और रक्षा के गुर सिखाये जाने चाहिए। और इसे बेसिक लाइफ में सभी स्कूल और कालिजों में कोर्स की तरह लागू किया जाना चाहिए। ताकि महिलाए अपनी सुरक्षा खुद कर सकें। इसके साथ-साथ अपराधी को कानून द्रारा कठोरतम दंड देने के साथ साथ समाज द्रारा बहिष्कार किया जाए ताकि अपराधी अपराध करने से पहले सौ बार सोचे। इस दंश को जड़ से खत्म करने के लिए समाज को आगे आना होगा ..जय हिंद ….जय भारत।

महिला उन्नति संस्था (भारत) आगामी दिनाँक 25 नवम्बर 2018 को अंतराष्ट्रीय महिला उन्मूलन दिवस मनाकर पूरे विश्व में महिलाओं और बच्चियों पर हो रही हिंसा को रोकने की अपील करेंगी।