नई दिल्ली: दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना का शनिवार रात निधन हो गया। वे 82 वर्ष के थे। खुराना पिछले काफी समय से बीमार चल रहे थे। मदनलाल खुराना 1993 से लेकर 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे थे। उनकी गिनती दिल्ली बीजेपी के कद्दावर नेताओं में होती थी। वे 2004 में राजस्थान के राज्यपाल भी रहे। 15 अक्टूबर 1936 को पाकिस्तान के फैसलाबाद में जन्मे मदनलाल खुराना लंबे समय से अस्वस्थ होने के कारण सक्रिय राजनीति से दूर थे। दिल्ली बीजेपी में उनकी गिनती कद्दावर नेताओं में होती थी। 82 वर्षीय खुराना ने रात 11 बजे कीर्ति नगर के अपने आवास पर आख़िरी सांस ली।
1984 में जब भारतीय जनता पार्टी की बुरी तरह से हार हुई तब राजधानी दिल्ली में फिर से पार्टी को खड़ा करने में खुराना का बड़ा हाथ था। केंद्र में जब पहली बार बीजेपी के नेतृत्व में सरकार बनी तो मदन लाल खुराना केंद्रीय मंत्री बने। 2005 में वह लालकृष्ण आडवाणी की आलोचना के कारण उन्हें भाजपा से निकाल दिया गया। 12 सितंबर 2005 में ही उन्हें फिर से पार्टी में वापस ले लिया गया। 2006 में वह फिर से बीजेपी से निकाले गए।
मदनलाल खुराना का जन्म 15 अक्टूबर 1936 को पाकिस्तान के फैसलाबाद में हुआ था। बंटवारे के वक्त जब उनका परिवार दिल्ली आया, तब मदन लाल खुराना की उम्र महज 12 साल की थी। तभी से वह परिवार के साथ दिल्ली के कीर्ति नगर की रिफ्यूजी कॉलोनी में रहते थे। प्राथमिक शिक्षा के बाद मदन लाल खुराना ने दिल्ली विश्वविद्याल के कॉलेज किरोड़ीमल कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की थी। इसके अलावा उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय में भी पढाई की। इलाहाबाद में ही उनकी छात्र राजनीति की शुरुआत हुई और इलाहाबाद विश्वविद्यालय छात्र संघ के महामंत्री भी चुने गए। 1960 में वह अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के सचिव बने।
उनके निधन पर भाजपा सहित सभी राजनैतिक दलों के नेताओं ने गहरी संवेदना व्यक्त की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर लिखा, ‘मदन लाल खुराना जी दिल्ली में बीजेपी को मजबूत करने के लिए आपको हमेशा याद किया जाएगा। आपने देश बंटवारे के बाद दिल्ली आए रिफ्यूजी की आपने बेहद सेवा की। मैं आपके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट करता हूं।’ केंद्रीय मंत्री डॉ। हर्षवर्धन ने ट्विटर पर खुराना की मृत्यु पर दुख व्यक्त करते हुए कहा, ‘मेरी संवेदनाएं बीजेपी परिवार और दिल्ली के हमारे प्यारे पूर्व मुख्यमंत्री मदनलाल खुराना के परिवार के साथ है जिनका लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। मेरी प्रार्थाना उनके करीबी लोगों के साथ है। उनकी आत्मा को शांति मिले।