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Teachers Day 2020 गुरु-शिष्य परंपरा भारत की संस्कृति का एक अहम और पवित्र हिस्सा है जिसके कई स्वर्णिम उदाहरण इतिहास में दर्ज हैं। शिक्षक उस माली के समान है, जो एक बगीचे को अलग अलग रूप-रंग के फूलों से सजाता है। एक गुरु ही शिष्य में अच्छे चरित्र का निर्माण करता है। किसी भी देश या राष्ट्र के विकास में एक शिक्षक द्वारा अपने शिक्षार्थी को दी गई शिक्षा और शैक्षिक विकास की भूमिका का अत्यंत महत्व है।स्वस्थ समाज के निर्माण में शिक्षकों की अहम भूमिका है। शिक्षकों को अपने दायित्वों का निर्वहन निष्ठापूर्वक करना है। किसी ने सही कहा कि, शिक्षक अभिभावकों से भी महान होता है। अभिभावक एक बच्चे को जन्म देते हैं, वहीं शिक्षक उसके चरित्र को आकर देकर उज्ज्वल भविष्य बनाते हैं। इसलिए, हमें उन्हें कभी भी भूलना और नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, हमें हमेशा उनका सम्मान और उनसे प्रेम करना चाहिए। शास्त्रों में भी कहा गया है –

गुरुर्ब्रह्मा, गुरुर्विष्णु, गुरुर्देवोम्हेश्वर।
गुरु साक्षात् परमब्रह्म तस्मै श्री गुरुवे नमः।

भारत सहित विश्व के कई देशों में शिक्षकों को विशेष सम्मान देने के लिये शिक्षक दिवस का आयोजन किया जाता है। कुछ देशों में इस दिन पर छुट्टी रहती है जबकि कुछ देश इस दिन कार्य करते हुए मनाते हैं। भारत के भूतपूर्व राष्ट्रपति डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन भारत में शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाता है। भारतवर्ष में शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है

भारत में प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है शिक्षक दिवस

भारतवर्ष में शिक्षक दिवस प्रतिवर्ष 5 सितंबर को मनाया जाता है जबकि दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस का आयोजन 5 अक्टूबर को होता है। हमारे देश में 1962 से 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है। हमारे पूर्व राष्ट्रपति महान शिक्षाविद डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को हम शिक्षक दिवस के रूप में मनाते हैं। शिक्षा के महत्व को उन्होंने जिस तरह रेखांकित किया, वह अनुकरणीय है। डॉ. राधाकृष्णन ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 40 वर्ष शिक्षक के रूप में व्यतीत किए। उनमें एक आदर्श शिक्षक के सारे गुण मौजूद थे। राष्ट्रपति बनने के बाद एक बार उनके दोस्त और पूर्व छात्र 5 सितंबर को उनका जन्मदिन धूमधाम से मनाना चाहते थे। जब डॉ. राधाकृष्णन को यह पता चला तो उन्होंने कहा कि मेरा जन्मदिन मत मनाओ, बल्कि शिक्षकों का सम्मान करो। बस, यहीं से शिक्षक दिवस की शुरुआत हुई और 58 साल से भारत में टीचर्स डे मन रहा है।

दुनिया में 5 अक्टूबर को मनायाजाता है इंटरनेशनल टीचर्स डे

दुनियाभर में अंतर्राष्ट्रीय शिक्षक दिवस का आयोजन 5 अक्टूबर को होता है। 5 अक्टूबर, 1966 को पैरिस में अंतरसरकारी सम्मेलन का आयोजन हुआ था जिसमें ‘टीचिंग इन फ्रीडम’ संधि पर हस्ताक्षर किया गया था। दरअसल इस संधि में शिक्षकों के अधिकार एवं जिम्मेदारी, भर्ती, रोजगार, सीखने और सिखाने के माहौल से संबंधित सिफारिशें की गई थीं। इसी दिन 1997 में आयोजित एक सम्मेलन में उच्चतर शिक्षा से जुड़े शिक्षकों की स्थिति को लेकर की गई यूनेस्को की अनुशंसाओं को अंगीकृत किया गया था। पढ़ाई के पेशे को प्रोत्साहित करने के लिए यूनेस्को द्वारा हर साल इस दिन को मनाया जाता है।

समस्त शिक्षकों को देव भूमि संवाद की ओर से शिक्षक दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं।