vikas bhawan pauri garhwal

पौड़ी : मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई के अध्यक्षता में शुक्रवार को विकास भवन सभागार पौड़ी में सांसद आदर्श ग्राम योजना तथा प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम की एक दिवसीय अभिमुखीकरण कार्यशाला का आयोजन किया गया। कार्यशाला में योजना से जुडे सभी विभागीय अधिकारियों ने प्रतिभाग किया। इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी आशीष भटगांई ने संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि गांव को मॉडल के रूप में विकसित करने हेतु अपने-अपने विभागीय योजना को गुणवत्ता के साथ धरातल पर लाने की कवायद करेंगे। जिस हेतु उन्होने प्लानिंग के तहत कार्य योजना बनाने के निर्देश दिये। जबकि सांसद आदर्श ग्राम में एक बार पुनः बेसलाइन सर्वे कराने के निर्देश देते हुए कहा कि 3 दिन के भीतर अपने रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। उन्होने सभी संबंधित अधिकारियों को कहा कि कार्य में किसी भी प्रकार की हील-हवाली न हो इस बात को गम्भीरता से लेना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही उन्होने उक्त गांव के बारे में संबंधित खण्ड विकास अधिकारी एवं संबंधित अधिकारियों से अद्यतन वस्तु स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होने रेखीय विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि अपने योजनाओं की प्री प्लान बनाकर समीट करना सुनिश्चित करेंगे।

आयोजित कार्यशाला में परियोजना निदेशक एसएस शर्मा ने उपस्थित सभी अधिकारियों को प्रोजेक्टर के माध्यम से सांसद आदर्श ग्राम में विभागों से संबंधित योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने कहा कि सभी अधिकारी अपने विभाग की योजनाओं का तैयारी पूर्ण करें। कहा कि मा0 सांसद या जिलाधिकारी के निर्देश में अगला बैठक संबंधित गांव में आहुत किया जायेगा। जबकि सहायक परियोजना निदेशक सुनील कुमार ने भी उपस्थित अधिकारियों को प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम में किये जाने वाले विकास कार्यो की विस्तृत जानकारी दी। उन्होने बताया कि सभी संबंधित अधिकारी अपने विभाग के विकास योजना की प्लान जिला समाज कल्याण अधिकारी को प्रेषित करेंगे। प्रधानमंत्री आदर्श ग्राम योजना के तहत जनपद के 6 अनु0जाति बाहुल्य गांव को चयनित किया गया है। जिसमंे विकास खण्ड कल्जीखाल में बूंगा एवं बिलखेत, नैनीडाडा में पटेलिया, थलीसैण में ब्यासी, पाबौ मंे सिमखेत, तथा रिखणीखाल में चपडेत राजस्व गांव शामिल है।

विकास खण्ड थलीसैण में चिन्हित ग्राम सिरतौली सांसद आदर्श ग्राम में आधुनिक शिक्षा प्रणाली से लेकर संचार की समुचित व्यवस्था स्थापित किये जायेगे। आजीविका के क्षेत्र में उन्नत फसल उत्पादन, पशुपालन, कुक्कड पालन, मौन पालन, बागवानी, तथा लघु उद्यमिता को विकसित किया जायेगा। सामुहिक, सामाजिक भागीदारी, समानता, तथा लाभार्थी को पेंशन, बीमा, बैंकिग आदि की समुचित व्यवस्था उपलब्ध रहेगी। उक्त गांव को संचालित विभिन्न योजनाओ से लाभान्वित किया जायेगा। जिस हेतु मुख्य विकास अधिकारी ने रेखीय विभागीय अधिकारियों को मिशन अन्तोदय के आधार पर बेस लाईन सर्वे कराकर तीन दीन के भीतर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिया।

इस अवसर पर जिला विकास अधिकारी वेद प्रकाश, मुख्य कृषि अधिकारी देवेन्द्र सिह, जिला पर्यटन विकास अधिकारी खुशाल सिह नेगी, सेवा योजन अधिकारी मुकेश रयाल, परियोजना प्रबंधक स्वजल दीपक रावत, अ0अ0 लघु सिंचाई राजीव रंजन, अ0अ0 जल संस्थान एस के गुप्ता, मत्स्य अधिकारी अभिषेक मिश्रा सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।