New Delhi railway station stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार की रात मची भगदड़ में 18 लोगों ने अपनी जान गंवाई है. प्रयागराज महाकुंभ स्नान के लिए रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 13-14 पर भीड़ इतनी ज्यादा बढ़ गई कि कुछ लोगों का दम घुटने लगा. कहीं और जाने की जगह नहीं मिली और लोग वहीं अपनी मौत का इंतजार करने को मजबूर हो गए.
इस हादसे में जान गंवाने वालों के नाम सामने आए हैं. 18 लोगों में 14 महिलाएं हैं.
- आहा देवी पत्नी रविन्दी नाथ, निवासी बक्सर बिहार, उम्र 79 वर्ष
- पिंकी देवी पत्नी उपेन्द्र शर्मा, निवासी संगम विहार दिल्ली, उम्र 41 वर्ष
- शीला देवी पत्नी उमेश गिरी, निवासी सरिता विहार दिल्ली, उम्र 50 वर्ष
- व्योम पुत्र धर्मवीर, निवासी बवाना दिल्ली, उम्र 25 वर्ष
- पूनम देवी पत्नी मेघनाथ, निवासी सारण बिहार, उम्र 40 वर्ष
- ललिता देवी पत्नी संतोष, निवासी परना बिहार, उम्र 35 वर्ष
- सुरुचि पुत्री मनोज शाह, निवासी मुजफ्फरपुर बिहार, उम्र 11 वर्ष
- कृष्णा देवी पत्नी विजय शाह, निवासी समस्तीपुर बिहार, उम्र 40 वर्ष
- विजय साह पुत्र राम सरूप साह, निवासी समस्तीपुर बिहार, उम्र 15 वर्ष
- नीरज पुत्र इंद्रजीत पासवान, निवासी वैशाली बिहार, उम्र 12 वर्ष
- शांति देवी पत्नी राज कुमार मांझी, निवासी नवादा बिहार, उम्र 40 वर्ष
- पूजा कुमार पुत्री राज कुमार मांझी, निवासी नवादा बिहार, उम्र 8 वर्ष
- संगीता मलिक पत्नी मोहित मलिक, निवासी भिवानी हरियाणा, उम्र 34 वर्ष
- पूनम पत्नी वीरेंद्र सिंह निवासी, महावीर एन्क्लेव, उम्र 34 वर्ष
- ममता झा पत्नी विपिन झा निवासी, नांगलोई दिल्ली, उम्र 40 वर्ष
- रिया सिंह पुत्री ओपिल सिंह, निवासी सागरपुर दिल्ली, उम्र 7 वर्ष
- बेबी कुमारी पुत्री प्रभु साह, निवासी बिजवासन दिल्ली, उम्र 24 वर्ष
- मनोज पुत्र पंचदेव कुशवाह, निवासी नांगलोई दिल्ली, उम्र 47 वर्ष
हादसे के बाद जागा प्रशासन
दिल्ली पुलिस ने यह कंफर्म किया था कि नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर कल रात हुई भगदड़ में 14 महिलाओं समेत 18 लोगों की जान चली गई है. हादसे के बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर भीड़ को काबू करने के लिए व्यवस्था की जा रही है.
रेलवे ने 10 लाख रुपए मुआवजे का ऐलान किया
रेलवे ने भगदड़ में मारे गए लोगों के परिजनों को 10 लाख रुपये का मुआवजा देने की घोषणा की गई है। गंभीर रूप से घायलों को 2.5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
जांच की तात्कालिक रिपोर्ट से तस्वीर स्पष्ट हुई
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस घटना की जांच के लिए गठित कमेटी की तात्कालिक रिपोर्ट ने कहा है कि प्रयागराज के लिए विशेष ट्रेन की घोषणा करने के बाद भगदड़ की स्थिति पैदा हुई.
आजतक ने अपनी वेबसाइट पर इस घटना की विस्तृत रिपोर्ट जारी कर लिखा है कि जांच की तात्कालिक रिपोर्ट को शब्दश: हम आपके सामने प्रस्तुत कर रहे हैं. “दिनांक 15.02.2025 को रात्रि लगभग 10:00 बजे नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भगदड़ की घटना घटी. बताया गया कि प्लेटफार्म नंबर 14 पर यात्रियों की भारी भीड़ थी, जो प्रयागराज जाने वाली ट्रेन में चढ़ने का इंतजार कर रहे थे.
“इसी समय, प्लेटफार्म नंबर 13 पर नई दिल्ली से दरभंगा जाने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस में सवार होने के लिए बड़ी संख्या में यात्री जमा हो गए थे. यह ट्रेन लेट थी और इसे मध्य रात्रि में रवाना करने के लिए पुनर्निर्धारित किया गया था, जिसके कारण यात्री प्लेटफार्म पर ही रहे क्योंकि प्लेटफार्म नंबर 14 और 13 एक दूसरे से सटे हुए हैं और दोनों प्लेटफार्म पर भीड़ बढ़ती जा रही थी.”
“इसके अलावा, रेलवे अधिकारी प्रयागराज के लिए हर घंटे लगभग 1,500 जनरल टिकट जारी कर रहे थे, जिसके परिणामस्वरूप प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर अधिक यात्री इकट्ठा हो रहे थे. भारी भीड़ के कारण प्लेटफॉर्म पर खड़े होने के लिए भी जगह नहीं बची थी.”
“बढ़ती भीड़ और लगातार टिकट बिक्री को देखते हुए रात करीब 10 बजे रेलवे अधिकारियों ने प्लेटफार्म नंबर 16 से प्रयागराज के लिए स्पेशल ट्रेन चलाने की घोषणा की.”
“यह घोषणा सुनकर प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पहले से खड़े जनरल टिकट वाले यात्री फुट ओवरब्रिज पार करके प्लेटफॉर्म नंबर 16 की ओर दौड़ पड़े. इस दौरान उन्होंने फुट ओवरब्रिज पर पहले से बैठे यात्रियों को कुचल दिया, जिससे भगदड़ मच गई. इस घटना में कई पुरुष, महिलाएं और बच्चे घायल हो गए.”
सूत्रों के हवाले से जांच में ये भी बात सामने आई है कि हादसे के वक्त रेलवे स्टेशन पर RPF के जवानों के संख्या कम थी. नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर तैनात RPF के काफी ज्यादा जवानों को प्रयागराज रेलवे स्टेशन पर ड्यूटी के लिए भेजा गया है.
रेलवे के प्रवक्ता का क्या कहना है?
उत्तर रेलवे के सीपीआरओ हिमांशु शेखर ने कहा कि जिस समय ये दुखद घटना घटी उस समय प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर पटना जाने वाली ट्रेन मगध एक्सप्रेस और प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर जम्मू की ओर जाने वाली ट्रेन उत्तर संपर्क क्रांति खड़ी थी. इस दौरान फुटओवर ब्रिज से 14 और 15 नंबर प्लेटफॉर्म की ओर आने वाली सीढ़ियों पर पैसेंजर के फिसलकर गिरने से उनके पीछे के कई यात्री इसकी चपेट में आ गए और यह दुखद घटना हुई. इस हादसे से उच्चस्तरीय कमेटी से जांच की जा रही है.
हिमांशु शेखर ने जोर देकर कहा कि किसी भी ट्रेन को रद्द नहीं किया गया था, न ही ट्रेनों के समय में बदलाव किया गया था, न किसी भी ट्रेन का प्लेटफॉर्म बदला गया था, बल्कि रेलवे ने तो विशेष स्पेशल ट्रेनें चलाई थी.
वहां सामान्य सी भीड़ थी. घटना तभी हुई जब एक पैसेंजर दुर्घटनावश फूटओवर ब्रिज पर गिर गया.
अब रेलवे स्टेशन पर स्थिति सामान्य है. ट्रेनें सामान्य रूप से चल रही हैं.
चश्मदीद क्या कह रहे हैं?
दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि अधिकारियों ने बचाव दल और चार दमकल गाड़ियों को घटनास्थल पर भेजा. उत्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी (सीपीआरओ) हिमांशु उपाध्याय ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि यात्रियों ने एक-दूसरे को धक्का दिया, जिससे उनमें से कुछ घायल हो गए. उन्होंने बताया कि उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया.
चश्मदीद ने कहा- भीड़ हद से ज्यादा थी, संभालना मुश्किल हो गया
चश्मदीदों के मुताबिक, भगदड़ रात करीब 9:30 बजे शुरू हुई। जब प्लेटफॉर्म नंबर 13 पर मौजूद लोगों ने प्लेटफॉर्म 14 और 15 पर ट्रेनें देखीं, तो वे इन प्लेटफॉर्म की ओर बढ़ गए। ट्रेनों के प्लेटफॉर्म नहीं बदले गए, लेकिन भीड़ इतनी ज्यादा थी कि लोग फुट ओवरब्रिज पर इकट्ठा थे… इतनी बड़ी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। मैंने कभी भी त्योहारों में भी रेलवे स्टेशन पर इतनी भीड़ नहीं देखी। प्रशासन के लोग और एनडीआरएफ के जवान भी मौके पर मौजूद थे, लेकिन जब भीड़ हद से ज्यादा बढ़ गई, तो इसे संभालना मुश्किल हो गया।
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर उमड़ी भीड़
धर्मेंद्र सिंह नाम के एक पैसेंजर ने घटना के बारे में बताया, “मैं प्रयागराज जा रहा था, लेकिन कई ट्रेनें लेट थीं, कई कैंसिल थी, स्टेशन पर जबर्दस्त भीड़ थी. मैंने इस स्टेशन पर अमूमन जितने लोगों को देखा है उससे बहुत ज्यादा लोग स्टेशन पर थे. मेरे सामने 6 से 7 लोगों को स्ट्रेचर पर ले गए.”
प्रमोद चौरसिया नाम के एक दूसरे पैसेंजर ने भगदड़ की जानकारी देते हुए कहा, “मेरे पास पुरुषोत्तम एक्सप्रेस के लिए स्लीपर क्लास का टिकट था, लेकिन कन्फर्म टिकट वाले भी ट्रेन में नहीं चढ़ पाए. मेरे एक दोस्त और एक महिला यात्री भीड़ में फंस गए. बहुत ज़्यादा धक्का-मुक्की हुई. हम अपने बच्चों के साथ बाहर इंतज़ार करके सुरक्षित रहने में कामयाब रहे.”
रेलवे कुली का बयान
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर मौजूद एक कुली ने सुगन लाल मीणा ने कहा, “मैं 1981 से कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी इस तरह की भीड़ नहीं देखी. प्रयागराज स्पेशल को प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होना था, लेकिन इसे प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर स्थानांतरित कर दिया गया. जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतजार कर रही भीड़ और बाहर इंतजार कर रही भीड़ ने प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने लगे.”
सुगन लाल मीणा ने आगे कहा, “भीड़ को समझाने-रोकने के लिए कई कुली लोगों ने कोशिश की, हम कम से कम 15 शवो को ले गए और एम्बुलेंस पर लोड किए. प्लेटफॉर्म पर सिर्फ जूते और कपड़े थे. जब प्लेटफॉर्म 12 पर इंतज़ार कर रही भीड़ और बाहर से आई भीड़ प्लेटफॉर्म 16 पर पहुंचने की कोशिश कर रही थी, तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर गिरने लगे. हमने पुलिस, दमकल गाड़ियों को बुलाया और 3-4 एंबुलेंस वहाँ पहुँचीं और लोगों को अस्पताल ले जाया गया…”