श्रीनगर गढ़वाल: राजकीय अन्तर कॉलेज सुमाड़ी के हिन्दी अध्यापक, ज्योतिष भारतरत्न तथा महामहिम राज्यपाल पुरस्कार से सम्मानित अखिलेश चन्द्र चमोला का चयन भारत गौरव सम्मान के लिये किया गया। भारत गौरव सम्मान विश्वविद्याल द्वारा उन लोगो को दिया जाता है जो साहित्य कला तथा भारतीय संस्कृति के प्रचार प्रसार मे विशेष प्रकार का योगदान दे रहे है। चमोला को यह सम्मान भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार, साहित्य रचना एवं ग्रामीण अंचलों की बाल प्रतिभाओं को आगे बढ़ाने में विशेष योगदान के लिए दिया जा रहा है. यह सम्मान विक्रमशिला हिन्दी विद्यापीठ गांधीनगर द्वारा 13,14 दिसम्बर को उज्जैन मे होने वाले राष्टीय, अंतरराष्टीय महाधिवेशन मे दिया जायेगा।
इसकी सूचना विश्व विद्यालय के कुल सचिव डॉ. देवेन्द्र नाथ शाह द्वारा पत्र के माध्यम से प्रेषित की गयी। जिसमे यह उल्लेख किया गया कि श्री चमोला अपने अध्यापन कार्य के अतिरिक्त भारतीय संस्कृति के प्रचार-प्रसार तथा भावी पीढी के मार्ग दर्शन करने के लिये प्रेरणा दायिनी साहित्य का सृजन कर रहे है। इस तरह के कार्य उत्कृष्टता के साथ ही अनूठी मुहिम को दर्शाता है। संस्थान का उद्देश्य इस तरह के योग्य धारको के सन्दर्भ मे जानकारी प्राप्त करके अकादमिक परिषद द्वारा चयन किया जाता है। चमोला के भारत गौरव जैसे सर्वोच्च सम्मान के लिये चयन होने पर शहर मे तथा साहित्य प्रेमियो एवं समाज सेवियो मे खुशी लहर फैल गयी।
विकास खन्ड खिर्सू के खन्ड शिक्षा अधिकारी एम.एल आर्य ने चमोला के भारत गौरव सम्मान के लिये चयन होने पर संस्था का आभार प्रकट करते हुये चमोला के कार्यो की सराहना की। चमोला अपनी लेखनी तथा समाज सेवी कार्यो से पूरे पौड़ी जनपद का नाम रोशन कर रहे है। अन्य शिक्षको को भी चमोला से प्रेरणा लेनी चाहिये। शिक्षक समुदाय के लिये यह अनुकरणीय पहल है। भारत गौरव सम्मान के चयन की सूचना पर चमोला ने खुशी जताते हुये कहा कि यह सम्मान महत्व पूर्ण जिम्मेदारी के भाव को उजाकर करता है। जिससे मेरा दायित्व भावी पीढी के सन्दर्भ मे और अधिक बढ़ जाता है। ज्ञात हो चमोला इससे पूर्व भी कई सम्मानो, उपाधियों से अलंकृत हो चुके हैं।