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नई दिल्ली: हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय से अब योग साइंस में बीएससी, एमएससी और पीएचडी की पढ़ाई कर सकेंगे। केंद्र सरकार देश में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय सहित 6 केन्द्रीय विश्वविद्यालयों में अलग से योग विभाग शुरू कर वहां डिप्लोमा, डिग्री के अलावा ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी की पढ़ाई भी शुरू करने जा रही है। योग में दिलचस्पी रखने वाले स्टूडेंट्स योग साइंस में BSc., MSc. और PhD. की पढ़ाई भी कर सकेंगे। देश के छह केंद्रीय विश्वविद्यालयों को साइंस से जुड़े योग के इन कोर्स के लिए चुना गया है। अभी तक उत्तराखण्ड में योग के एमए या पीजी डिप्लोमा या सर्टिफिकेट कोर्स संचालित हो रहे हैं। परन्तु अब योग साइंस में ग्रेजुएट, पोस्ट ग्रेजुएट और पीएचडी की पढ़ाई भी कर सकेंगे।

केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने की ओर से जारी सूचना के मुताबिक हेमवती नंदन बहुगुणा central university, विश्व भारती शांति निकेतन पश्चिमी बंगाल, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ राजस्थान, सेंट्रल यूनिवर्सिटी ऑफ केरल, इंदिरा गांधी नेशनल ट्राईबल यूनिवर्सिटी, मध्य प्रदेश और मणिपुर यूनिवर्सिटी में योग साइंस के यह कोर्स चलाए जाएंगे।

योग पाठ्यक्रमों के पाठ्यक्रम और कोड-वार अवधि निम्नानुसार हैं:

बैचलर्स ऑफ साइंस (योग), B.Sc (Yoga): 3 से 6 साल

मास्टर ऑफ़ साइंस (योग), M.Sc (Yoga): 2 से 4 साल

डॉक्टर ऑफ फिलॉसफी (योग), PhD (Yoga): यूजीसी द्वारा निर्दिष्ट पीएचडी अवधि के अनुसार

योग में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, PGDY: 1 से 2 साल

योग थेरेपी में स्नातकोत्तर डिप्लोमा, PGDYT: 1 से 2 साल