ग्रेटर नोएडा: आज के युग में डाटा को लेकर गंभीर समस्याओं का समाधान खोजने के लिए नॉएडा इंस्टिट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी संस्थान के एम.सी.ए. विभाग द्वारा दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का उद्देश्य नयी कंप्यूटर भाषा पाइथन का प्रयोग कर मशीन लर्निंग के क्षेत्र में महारत हासिल करना है।
कार्यशाला में आये सौ से अधिक प्रतिभागियों को व्यावहारिक ज्ञान और अनुभव प्रदान करने के लिए जी. डी. गोयनका वि. वि. से प्रो. श्वेता मोंग्या एवं मानव रचना अंतरराष्ट्रीय संस्थान से प्रो. वसुधा अरोरा को बुलाया गया। उन्होंने तकनीकी बरीकिओं से सभी प्रतिभागियों को अवगत कराया। प्रतिभागियों ने कार्यशाला के दौरान स्वयं कोडिंग कर मशीन लर्निंग की जटिलताओं को सुलझाने का तरीका सीखा। प्रो. वसुधा ने तकनीकी पर व्यवहारिक ज्ञान से सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया। प्रो. श्वेता ने प्रतिभागियों को वर्तमान में मशीन लर्निंग के क्षेत्र में हो रहे नए प्रयोगों के विषय में अवगत कराया और जीवन के विभिन्न आयामों में यह तकनीक कैसे प्रभाव डालेगी और कौन से प्रभाव जीवन को कठिनाइओं में डाल सकते हैं, उनका समाधान खोजने के लिए प्रतिभागियों को प्रेरित किया।
कार्यशाला का उद्घाटन संस्थान के कार्यकारी उपाध्यक्ष रमन बत्रा, निदेशक डॉ. अजय कुमार, निदेशक एमसीए डॉ. सरोज सिंह, निदेशक प्रोजेक्ट एंड प्लानिंग, डॉ. प्रवीण पचौरी, विषय विशेषज्ञ डॉ. श्वेता एवं डॉ. वसुधा, प्रो. रितेश रस्तोगी एवं प्रो. विनीत वर्मा ने दीप प्रज्वलित कर किया।
इस कार्यशाला को सफल बनाने में डॉ. सरोज सिंह, प्रो. देवांशु दुबे, प्रो. संतोष गुप्ता, प्रो. हृदेश शर्मा, प्रो. अनुज कुमार, प्रो. विजय तिवारी ने अपना योगदान दिया। प्रतिभागियों ने कार्यशाला को बेहद अर्थपूर्ण और समय की जरूरत बताया। कई प्रतिभागी तकनिकी सीखने के बाद इस क्षेत्र में रिसर्च एवं उद्यमिता में जाना चाहते हैं, क्योंकि यह तकनिकी बिक्री एवं विपणन के क्षेत्र में अपनी जगह बना रही है। और आगंतुक के व्यवहार से उसके प्रबल खरीददार होने या न होने का अनुमान लगाने की क्षमता प्रदान करती है।
संस्थान के प्रबंध निदेशक डॉ. ओ. पी. अग्रवाल एवं अति. प्रबंध निदेशिका डॉ. नीमा अग्रवाल ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहित किया और सर्टिफकेट प्रदान किया।