सतपुली: ठाकुर सुंदर सिंह चौहान वृद्ध आश्रम में बंधुवर सेवा समिति एवं ठाकुर सुंदर सिंह चौहान वृद्ध आश्रम सहयोग से निर्धन कन्या आयशा पुत्री स्वर्गीय कमल ग्राम विंजोली निवासी की शादी महिपाल सिंह के साथ आज बड़े ही धूमधाम से संपन्न हुई। इस दो दिवसीय शादी आयोजित समारोह में सभी ने अपनी अपनी भागीदारी सुनिश्चित की बंधूवर सेवा समिति की अध्यक्ष माया देवी ने बताया की उनके पास दो माह पूर्व आयशा की माता संजू देवी ने अपनी पुत्री की शादी वृद्ध आश्रम में करवाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने उनका आवेदन बंधुवर सेवा समिति के समक्ष रखा और उनकी आर्थिक स्थिति से भी समिति को अगवत करवाया, और समित ने सहजता से उनका आवेदन स्वीकार कर लिया.
अध्यक्ष माया देवी ने बताया की संजू देवी ने उन्हें बताया की उनकी पुत्री की शादी 6- 7 अक्तूबर को निश्चित हो रखी है। और उनका पति का बहुत पहले स्वर्गवास हो है। ऐसे में उन्हें बेटी की शादी करवाने बड़ी चिंता सता रही थी. उन्होंने बताया कि किसी ने उन्हें सलाह दी वह अपनी पुत्री की शादी वृद्ध आश्रम में करा सकती है। क्योंकि उनकी आर्थिक स्थिति बहुत दयनीय है। उनके चार बच्चे है। तीन बेटियां और एक बेटा सभी अभी छोटे है। और अभी स्कूल पढ़ते हैं।
बंधूवर सेवा समिति व ठाकुर सुंदर सिंह चौहान वृद्ध आश्रम के संस्थापक ठाकुर सुंदर सिंह चौहान के सहयोग से आज आएशा की शादी महिपाल सिंह के साथ बड़े ही धूमधाम से संपन्न हो गई. जिसमें कोटद्वार से क्षत्रिय उत्थान समिति संगठन के पदाधिकारी भी सहयोग देने पहुंचे. इस दो दिवसीय शादी समारोह के भव्य आयोजन में बंधुवर सेवा समिति एवं ठाकुर सुंदर सिंह चौहान वृद्ध आश्रम में कार्यरत कर्मियो ने बढ़चढ़ कर सहयोग किया. कन्या की माता को एहसास नहीं होने दिया की वह गरीब महिला और उसका कोई नही है। सारी व्यवस्था को देखकर दुल्हन की मां संजू देवी और परिजन भी गदगद हो गई. उन्होंने वंधुवर सेवा समिति एवं ठाकुर सुंदर सिंह चौहान का विशेष आभार व्यक्त किया.
इस अवसर पर बंधुवर सेवा समिति की अध्यक्ष माया देवी, मंगल सिंह नेगी, विक्रम सिंह रावत, बंधुवर सेवा समिति के सक्रिय सदस्य कैप्टन रणधीर सिंह नेगी, शिक्षक रणवीर सिंह रावत, आर पी नैथानी, गंगा सिंह बिष्ट, राजकमल सिंह, नीलम चौहान, जगमोहन डांगी, पुष्पेंद्र राणा, आश्रम प्रबंधन पुनीत रावत, पुरोहित विकास पोखरियाल के अलावा कोटद्वार से आए क्षत्रिय उत्थान समिति के अध्यक्ष राजेंद्र सिंह रावत के साथ धीरेंद्र सिंह नेगी, भारत सिंह नेगी, राजेंद्र सिंह बिष्ट, भारत सिंह भंडारी आदि इस पुनीत कार्य के भागी बने।
रिपोर्ट जगमोहन डांगी