देहरादून: सीमांत क्षेत्र, घेस वासियों के लिए अच्छी खबर है। आगामी 25 नवम्बर को होने वाले कुटकी महोत्सव में प्रदेश के मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केन्द्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नायक घेस दौरे पर पधार रहे है। बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री एवं केन्द्रीय आयुष मंत्री कुटकी महोत्सव में शिरकत कर सीमांत घेस क्षेत्र में जड़ी बूटी उत्पादन को बढ़ावा देंगे। इसके साथ ही गुलाब के कृषिकरण की शुरूआत और क्षेत्र के विद्युतीकरण का उद्घाटन करेंगे। सोमवार को मुख्यमंत्री से उनके दौरे को लेकर विस्तार से बात हुई। हम लोग “घेस क्षेत्र” यानि प्रदेश के किसी सीमांत क्षेत्र को विकास का एक शानदार माडल बनाने की सोचते थे, ताकि हम अपने लोगों को यह समझा सकें कि हमारे पर्वतीय क्षेत्र में अपार संभावनाएं हैं। अब सेब की बागवानी व मटर की नकदी फसल की खेती के बाद आने वाला समय जड़ी बूटी के वृहद उत्पादन को भी आय के बड़ा जरिया बनाया जाएगा। इसके साथ ही गुलाब के फूलों से किसानों को शानदार आय मिलेगी वहीं मधुमक्खियों को पालने में सहायक होगा। निसंदेह पर्वतीय क्षेत्र को सम्पन्न बनाने और पलायन रोकने में यह पहल मील का पत्थर साबित होगी।
उपरोक्त सूचना अर्जुन बिष्ट की फेसबुक वाल से ली गई है। बतादें कि वरिष्ठ पत्रकार अर्जुन बिष्ट इसी सीमांत क्षेत्र घेस से आते हैं, और पत्रकारिता के साथ-साथ पिछले लम्बे समय से इस क्षेत्र के उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत हैं। अपने गाँव और क्षेत्र के युवाओं को व्यावसायिक खेती (गुलाब, जड़ी बूटी और सेब की बागवानी) के लिए प्ररित कर इसे घेस मॉडल नाम दिया है। धीरे-धीरे उनकी मेहनत रंग ला रही है। इस तरह के प्रयास से ही उत्तराखण्ड से पलायन को रोका जा सकता है।