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नई दिल्ली: सोमवार को नई दिल्ली के प्रगति मैदान मे चल रहे 38वें भारत अन्तर्राष्ट्रीय व्यापार मेले में उत्तराखण्ड दिवस समारोह के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या एवं उत्तराखण्ड पैवेलियन में बतौर मुख्य अतिथि सहकारिता, उच्च शिक्षा, दुग्ध विकास एवं प्रोटोकॉल राज्यमंत्री(स्वतंत्र प्रभार) डॉ.धन सिंह रावत ने प्रतिभाग किया। उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। इस अवसर पर वाटिका लेन में उत्तराखण्ड के कलाकारों द्वारा विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किये गये। सांस्कृतिक संध्या के माध्यम से राज्य की विशिष्ट संस्कृति का अवलोकन विभिन्न क्षेत्रों से आये दर्शकों द्वारा किया गया।

डॉ.धन सिंह रावत ने प्रवासी उत्तराखण्डियों को उत्तराखण्ड दिवस की बधाई देते हुए कहा कि उत्तराखण्ड राज्य ने अपनी स्थापना के 18 वर्ष पूरे किये हैं और इन 18 वर्षो में उत्तराखण्ड ने विकास के नये आयामों को छुआ है। राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य, पर्यटन, बागवानी आदि क्षेत्रों में महत्वपूर्ण कार्य किये है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी समृद्ध संस्कृति व विरासत पर गर्व है। उन्होंने कहा राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व कई केन्द्रीय मंत्री उत्तराखण्ड आए है, जिससे राज्य में आने वाले पर्यटकों पर सुरक्षित उत्तराखण्ड का संदेश गया है।uttarakhand-samaroh-pragati

डॉ.रावत ने कहा कि उत्तराखण्ड में पर्यटन, बागवानी आदि क्षेत्रों में निवेश की अपार संभावनाएं है। पर्यटन को बढ़ावा देने के लिये 13 जिलों में 13 नये पर्यटन गंतव्य विकसित किये जा रहे है। ऑलवेदर रोड का कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड में राज्य सरकार द्वारा 24 घंटे बिजली उपलब्ध करायी जा रही है। राज्य के हर गांव सड़क से जोड़े जा चुके है। उन्होंने दिल्ली में उत्तराखण्ड के प्रवासी उत्तराखण्डवासियों से अनुरोध किया कि वे वर्ष में 2-3 बार अपने गॉव जरूर जाये। डॉ.रावत ने कहा कि राज्य सरकार ने भ्रष्टाचार पर जीरो टॉलरेन्स की नीति अपनाई है। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य में उत्तराखण्ड समिटि-2018 का सफल आयोजन किया गया। जिसमें 1 लाख 20 हजार करोड़ रूपए से अधिक का एमओयू हुआ है, जिससे 01 लाख युवाओं को रोजगार मिलेगा।

इस वर्ष व्यापार मेले की थीम “भारत में ग्रामीण उद्योग” रखी गयी है। मेले में 

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भागीदार राष्ट्र के रूप में अफगानिस्तान और फोकस देश नेपाल तथा जबकि राज्यों में फोकस राज्य झारखंड के रूप में प्रतिभाग कर रहा है। उत्तराखण्ड में पैवेलियन में “भारत में ग्रामीण उद्योग” थीम के अनुसार उत्तराखण्ड में हो रहे सत्त विकास का प्रस्तुतीकरण, राज्य सरकार की नीतियों एवं कार्यक्रमों की जानकारी के साथ-साथ प्रदेश के हथकरघा एवं हस्तशिल्प, राज्य के कृषि एवं उद्यान क्षेत्र के उत्पादों को प्रदर्शित किया गया हैं। राज्य सरकार के उद्योग विभाग, पर्यटन, उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, हथकरघा एवं हस्तशिल्प विकास परिषद् ने अपने स्टॉल स्थापित किये है, जिनमें इन विभागों की योजनाओं एवं उपलब्धियों को आकर्षक ढंग से प्रस्तुत किया गया है। पर्यटन विभाग के स्टॉल का मुख्य आकर्षण श्री केदारनाथ मंदिर की प्रतिकृति है। पर्यटन विभाग के स्टॉल में उत्तराखण्ड शीतकालीन चार-धाम यात्रा, अन्तर्राष्ट्रीय योग महोत्सव, पाटा एडवेंचर मार्ट एवं साहसिक पर्यटन की जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है।

इस कार्यक्रम में आयुक्त उद्योग श्रीमती सौजन्या, अपर स्थानिक आयुक्त श्रीमती ईला गिरी, निदेशक उद्योग सुधीर चन्द्र नौटियाल, निदेशक पर्यटन श्रीमती पूनम चंद, उद्योग विभाग के के.सी.चमोली व अन्य अधिकारी, कर्मचारी उपस्थित थे।