Corona test uttarakhand border : बाहरी राज्यों से उत्तराखंड आने वालों को बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट कराने को लेकर असमंजस की स्थिति बनी हुई है। हालाँकि मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने शुक्रवार को कुछ हद तक स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य में सिर्फ तीन-चार दिन के लिए आने वालों को बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट नहीं कराना होगा।
बतादें कि राज्य में बढ़ते कोरोना संक्रमण के मामलों के देखते हुए मुख्य सचिव द्वारा बीते 11 सितंबर को आदेश जारी किये गए थे। जिसके मुताबिक अन्य राज्यों से उत्तराखंड आने वाले व्यक्तियों को बॉर्डर पर अनिवार्य रूप से कोरोना जांच करानी होगी। इसके लिए बॉर्डर चेकपोस्ट पर शुल्क देकर कोरोना एंटीजन टेस्ट कराने की सुविधा मिलेगी। जबकि इसके अगले ही दिन सचिव स्वास्थ्य का बयान आया कि सिर्फ उन्हीं लोगों को जांच करानी होगी, जिनके लिए पूर्व में उत्तराखंड सीमा में प्रवेश के दौरान अपने साथ कोरोना रिपोर्ट लाने का नियम था अर्थात जो लोग केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित 33 अति संवेदनशील (High load Covid-19) शहरों से आने वाले हैं।
शुक्रवार को मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मीडिया से बातचीत में इस असमंजस की स्थिति स्पष्ट करते हुए कहा कि राज्य में सिर्फ तीन-चार दिन के लिए आने वालों को बॉर्डर पर कोरोना टेस्ट नहीं कराना होगा। उन्होंने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी कार्य से तीन-चार दिन के लिए उत्तराखंड आता है तो उसे कोविड टेस्ट कराने की अनिवार्यता बिल्कुल नहीं है। उन्होंने कहा कि हाल में संक्रमण बढ़ने से जनता का सरकार और अधिकारियों पर दबाव बढ़ा है। लोग चाहते हैं कि संक्रमण पर नियंत्रण के लिए सख्त प्रविधान किए जाएं। इसी लिहाज से बॉर्डर पर जांच की व्यवस्था की गई थी। ये व्यवस्था उन लोगों के लिए थी, जो बाहर से आने पर अपने साथ टेस्ट रिपोर्ट लेकर नहीं आ पा रहे थे। उन्होंने कहा कि इस नियम को सरल बनाया जाएगा।