Session on 'Practability in Daily Life' held

Srinagar News: श्रीनगर के अजीम प्रेमजी फाउंडेशन सभागार में आज सत्र “दैनिक जीवन में व्यवहार्यता” आयोजित किया गया। यह सत्र अजीम प्रेमजी फाउंडेशन व स्वैच्छिक मंच श्रीनगर द्वारा आयोजित किया गया। जिसमें स्वैच्छिक शिक्षक मंच श्रीनगर के 28 शिक्षक उपस्थित रहे। वक्ता डॉ हर्षमणि पाण्डेय ने सम्बंधित विषय पर प्रभावशाली तरीके से अपने विचार व्यक्त किये तथा श्रोताओं को 2 घंटे तक बांधे रखा।

उन्होंने कहा गणित विषय का नाम सुनते ही विद्यार्थी डरने लगते हैं और यह डर जीवन भर बना रहता है। जबकि हम अपने दैनिक जीवन में गणित का उपयोग कर रहे होते हैं। किसी भी बात को समझने तथा समझाने के लिए हमें गणित का सहारा लेना पड़ता है। इसलिए आज गणित की लगभग 120 शाखाएं हैं। उन्होंने गणित की व्यवहार्यता को ध्यान में रखते हुए गणित की कुछ शाखाओं जैसे अंक गणित, बीजगणित, जैविक गणित, अवकलन व समाकलन, रैखिक प्रोग्राम, त्रिकोण मिति, ज्यामिति आदि को दैनिक जीवन के उदाहरणों से जोड़ते हुए सरल व सहज तरीके से श्रोताओं के समक्ष रखा।

उन्होंने कहा गणित का उपयोग करते हुए बहुत समय पहले इंसान ने एवरेस्ट की ऊंचाई व आकाशीय पिंडों को नाप लिया था। दैनिक जीवन की आवश्यकताओं व विभिन्न विषयों की जरूरतों को पूरा करने के लिए गणित की नईं नईं अवधारणओं/शाखाओं का विकास होता रहा। जैसे- जंग के लिए बेलास्टि मिशालें बनाने के लिए बेलास्टि गणित की शाखा विकसित की गयी।

आखिर में प्रतिभागियों ने सवाल-जबाव के माध्यम से चर्चा जारी रखी लेकिन समय को देखते हुए सुगमकर्ता ने सत्र को समेकित करते हुए समाप्त किया।