मलबे

रेस्क्यू ऑपरेशन जारी, अभी भी मलबे में कई लोगों के दबे होने की आशंका

ग्रेटर नोएडा: ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गाँव में दो बहुमंजिला इमारतों के गिरने से हुए हादसे में मृतकों की संख्या 9 हो गई है। NDRF की टीम ने अब तक मलबे में दबे 9 शव निकल लिए हैं, जिसमें पांच पुरुष व दो महिलाएं व एक 14 महीने की बच्ची पंखुडी है। अभी भी मलबे में कई लोगों के और दबे होने की आशंका है। राहत और बचाव कार्य जारी है। राहत और बचाव कार्य में 12 जेसीबी मशीनें और दो पोकलैंड मशीनें लगाई गई हैं।

ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के दो अफसरों पर गिरी गाज तत्काल प्रभाव से निलंबित 

ग्रेटर नोएडा वेस्ट के शाहबेरी गाँव में दो बहुमंजिला इमारत गिरने से हुई 8 लोगों की मौत की घटना को शासन ने गम्भीरता से लिया है। निर्माणाधीन इमारत के निर्माण के दौरान प्रभावी प्रवर्तन की कार्रवाई में लापरवाही बरतने के कारण ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के प्रबंधक परियोजना वीपी सिंह एवं सहायक प्रबंधक परियोजना अख्तर अब्बास जैदी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। इनके विरुद्ध अनुशासनिक कार्रवाई प्रारंभ कराये जाने के निर्देश भी दिए हैं। घटना को गम्भीरता से लेते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इस प्रकार की घटनाओं की पुनरावृत्ति कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए हैं कि प्रकरण की समग्रता से जांच मंडलायुक्त मेरठ से कराई जाए। वहीं मृतकों के आश्रितों को दो- दो लाख रूपये, और घायलों को 50-50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दिए जाने के निर्देश दिए गए हैं।

शाहबेरी हादसे की होगी मजिस्ट्रेयल जांच, एडीएम प्रशासन कुमार विनीत को सौंपी 

जिला प्रशासन काफी गम्भीर है। प्रशासन ने घटना की मजिस्ट्रेटी जांच कराने का निर्णय लिया है,इसकी जिम्मेदारी एडीएम प्रशासन कुमार विनीत को सौंपी गई है। जांच 15 दिनों में पूरी करनी होगी। जिलाधिकारी बीएन सिंह ने बताया कि शाहबेरी गांव में इमारत गिरने की घटना की मजिस्ट्रयल जांच एडीएम प्रशासन कुमार विनीत को सौंपी गई है। एडीएम कुमार विनीत संबंधित घटना के संबंध में सभी पहलुओं पर जांच कर करते हुए 15 दिन के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे।

मिंटू व शिखा दम्पति ने दी सबसे पहले 100 नंबर पर घटना की सूचनामलबा

शाहबेरी गांव में एक निर्माणाधीन व एक तैयार बहुमंजिला बिल्डिंग के अचानक गिरने से इतनी तेज की आवाज हुई कि आसपास के लोग घबरा गए। घरों में मौजूद लोग समझ नहीं पाए कि आखिर क्या हो गया। कुछ लोगों को लगा कि भूकंप आ गया। लोग अपने घरों से निकलकर बाहर आ गए। जिस स्थान पर हादसा हुआ है उससे कुछ दूरी पर ही रहने वाले दम्पति मिंटू डेका व शिखा ने आंखों देखा हाल बताया कि घटना से दस मिनट पहले ही वह दोनों बिल्डिंग के पास से गुजरे थे। उस वक्त सबकुछ ठीकठाक था। निर्माणाधीन बिल्डिंग के नीचे कुछ मजदूर खाना बना रहे थे और कुछ सो रहे थे। साथ में बच्चे भी थी। शिखा ने बताया कि घर पहुंचने के कुछ देर बाद ही ऐसा लगा की भूकंप आ गया। घर की खिड़की व दरवाजे हिलने लगे। दम्पति ने बाहर आकर देखा तो बिल्डिंग गिर रही थी। यह देखकर उनके होश उड़ गए। पेशे से कलाकार मिंटू डेका ने इसकी सूचना 100 नंबर पर दी।