Dhari Devi Doli Yatra : उत्तराखंड की प्रसिद्ध मां धारी देवी एवं भगवान नागराजा की देव डोली यात्रा विभिन्न पड़ावों से होते हुए मंगलवार 17 जनवरी को उत्तराखंड के वाद्य यंत्रों ढोल-दमाऊ, डौंर, थाली तथा पारंपरिक जागरों, भजनों एवं मां के जयकारों के साथ ग्रेटर नोएडा पहुंची। जहाँ उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति की अगुवाई में शहर के सैकड़ों प्रवासी उत्तराखंडियों ने मां धारी देवी व नागराजा की डोली का गामा-1 स्थित गौरीशंकर मंदिर के प्रांगण में भव्य स्वागत किया गया।

आज प्रातः करीब 10:45 बजे शहर के सेक्टर गामा-1 के गेट न. 5 से शुरू हुई डोली यात्रा में पारंपरिक बाध्य यंत्रों ढोल, दमों व मसकबाजे के साथ भक्तों द्वारा पुष्प वर्षा करते हुए मां धारी के गीत एवं जयकारे करते हुए गौरीशंकर मंदिर प्रांगण तक लाया गया। उसके बाद मंदिर प्रांगण में पूजा यज्ञ के बाद भक्तों द्वारा माँ का भव्य मंडाण लगाया गया। जिसके बाद माँ धारी देवी का विशाल भंडारा आयोजित किया गया। अंत में शाम 4 बजे माता की डोली यात्रा को अगले पड़ाव (इंदिरापुरम) के लिए भावपूर्ण विदाई दी गई।

उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति के अध्यक्ष जेपीएस रावत ने बताया कि हमारी संस्था ने पहली बार ग्रेटर नोएडा में मां धारी देवी एवं नागराजा की दिव्य डोली दर्शन का कार्यक्रम आयोजित किया। इस समारोह में ग्रेटर नोएडा क्षेत्र से श्रद्धालुओं के अपार समूह ने प्रतिभाग किया। श्रद्धा व उत्साह से अभिभूत श्रद्धालुओं ने उत्तराखंड की समृद्ध संस्कृति एवं धार्मिक मान्यताओं में सरावोर होकर मां भगवती के मंडाण का जी भर कर आनंद लिया। इस सुअवसर पर सभी ने मां धारी देवी की पूजा अर्चना कर सम्पूर्ण मानव की सुख शांति और समृद्धि के लिए प्रार्थना की। इस आयोजन में समिति  के सभी पदाधिकारियों और सदस्यों का पूरा सहयोग रहा।

सभी श्रद्धालुओं को मातारानी के यज्ञोपरान्त विशाल भंडारे का आयोजन कर प्रसाद वितरण किया गया और संध्याकाल में मां धारी देवी एवं नागराजा की डोली को भावपूर्ण विदाई दी गई।

बता दें कि विगत कई वर्षों से मां धारी देवी जी की डोली यात्रा उत्तराखंड के अलग-अलग शहरों से शुरू होकर उत्तर प्रदेश के कई जिलों से होते हुए पूरे दिल्ली एनसीआर एवं देश के विभिन्न भागों में परिक्रमा करती है। इस वर्ष 19 दिनों की डोली यात्रा बीते 8 जनवरी को देहरादून से शुरू होकर 17 जनवरी को ग्रेटर नोएडा पहुंची। जहाँ से दिल्ली एनसीआर में विभिन्न पड़ावों से होते हुए देश के कई शहरों में पहुंचेगी। अंत में 26 जनवरी को मध्यप्रदेश में स्नान के साथ इस दिव्य देव डोली यात्रा का समापन होगा।