ग्रेटर नोएडा: उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति द्वारा संस्था के 15 वर्ष सफलतापूर्वक पूर्ण होने के उपलक्ष्य में ग्रेटर नोएडा के धर्म पब्लिक स्कूल प्रांगण में दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है।

दो दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव के पहले दिन शनिवार को जहाँ समिति की महिलाओं एवं बच्चों ने एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक प्रस्तुतियां पेश कर दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया, वहीँ उत्तराखंडी लोक कलाकारों द्वारा अभिनीत एक दिवसीय रामलीला ने सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

शनिवार को दोपहर दो बजे संस्था के अध्यक्ष जेपीएस रावत एवं कार्यकारिणी के वरिष्ठ सदस्यों द्वारा द्वीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया गया। कार्यक्रम की पहली प्रस्तुति संस्था की सदस्या शुद्धिता उनियाल ने रोहित चौहान द्वारा स्वरबद्ध शिव स्तुति (शिवजी की जटा …) पर एक खूबसूरत नृत्य के साथ दी। उसके बाद दिनेश चंद्र चमियाल ने एक गणेश वंदना की प्रस्तुति दी। उसके बाद सेक्टर 36 की महिला सदस्यों की टीम ने उत्तराखंडी लोकगीतों पर ग्रुप डांस की शानदार प्रस्तुति दी। वहीं पैरामाउंट सोसायटी से इशिका विष्ट एवं एकता बिष्ट ने पहाड़ी लोकगीतों की प्रस्तुतियां दी। इसके अलावा रिद्धि रावत, अंशिका रावत, नेहा रणाकोटी, अविका पंत, श्रुति सनवाल, सात्विक मुंडेपी, मयंक जोशी, मनीषा रणाकोटी, मेघा जोशी, सिंदुजा वेदवाल, कौस्तुभी वेदवाल, ललित कांडपाल आदि संस्था के बच्चों ने उत्तराखंडी लोकगीतों पर खूबसूरत लोक नृत्य पेश किये। इसके अलावा आयुष्मान वेदवाल ने एक खूबसूरत गीत सुनाया।

उसके बाद संस्था द्वारा इस वर्ष 10वीं एवं 12 बोर्ड परीक्षाओं में 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले मेधावी छात्र-छात्राओं को मैडल एवं प्रसस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम का सफल संचालन उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा के उपाध्यक्ष डीएस नेगी द्वारा किया गया।

शाम करीब 6 बजे से बदरपुर दिल्ली से आये उत्तराखंड भ्रात संघ (पंजी.) के कलाकारों द्वारा हरीश बिंजोला तथा सुनील मजेडा के निर्देशन में उत्तराखंड के मंझे हुए कलाकारों द्वारा एक दिवसीय उत्तराखंडी रामलीला (सीता स्वयंवर) का खूबसूरत मंचन कर दर्शकों को भावविभोर कर दिया।

एक दिवसीय रामलीला के दौरान गुरु विश्वामित्र के आश्रम ने शिक्षा ग्रहण कर रहे अयोध्या के राजकुमार राम एवं लक्षण का सीता स्वयंवर के लिए जनकपुरी जाना, प्रभु श्रीराम द्वारा अहिल्या अवतारण, पुष्प बाटिका में सीता से राम और लक्षमण की भेंट, स्वयंवर  में पधारे छविराजा समेत तमाम राजाओं का संवाद, रावण बाणासुर संवाद, राम जी द्वारा धनुष तोड़ना, परशुराम लक्षमण संवाद तथा राम सीता के विवाह का मंचन बेहद खूबसूरत अंदाज में पेश किया गया।

जिसमे परशुराम-लक्ष्मण संवाद दर्शनीय रहा। गौरतलब है कि इस भूमिका को पिता पुत्र की जोड़ी निभा रही थी। परशुराम का रोल जहाँ हरीश बिंजोला ने निभाया वहीँ लक्ष्मण की भूमिका उनके सुपुत्र  प्रतीक विंजोला ने निभाई। जबकि भगवान श्रीराम और माता सीता का रोल दो सगे भाईयों ने निभाया। बड़े भाई शुभम बडोला ने राम तथा छोटे भाई हर्षित बडोला ने सीता की भूमिका निभाई। इसके अलावा रावण की दमदार भूमिका संतोष नेगी ने निभाई। रामलीला के दौरान सभी पात्रों नें शानदार अभिनय का परिचय दिया। परन्तु परशुराम तथा रावण का अभिनय बेहद उच्चकोटि का था।

कार्यक्रम के दौरान लोगों ने वहां लगे स्टालों पर उत्तराखंडी उत्पादों की जमकर खरीददारी की।

रविवार को होगा रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम

उत्तराखंडी महोत्सव के दूसरे दिन का कार्यक्रम रविवार दोपहर 2:00 से शुरू होगा। जो देर रात 10 बजे तक चलेगा। जिसमे रामगंगा सांस्कृतिक कला केंद्र दिल्ली के लोक कलाकारों द्वारा लोकगायक गोपाल मठपाल के निर्देशन में नॉन स्टॉप उत्तराखंडी लोक गीतों एवं लोक नृत्य की प्रस्तुतियां पेश की जायेंगी। जिसमे लोकगायक दर्शन फर्स्वाण, इंदर आर्या, गोपाल मठपाल, हास्य कलाकार पन्नू गुसाईं, लोक गायिका हेमा नेगी करासी, ख़ुशी जोशी, लीला बिष्ट, प्रीति मठपाल आदि उत्तराखंड के लोक कलाकार अपने लोक गीत संगीत के माध्यम से ग्रेटर नोएडा वासियों को पहाड़ की वादियों से रूबरू कराएँगे। कार्यक्रम के दौरान मंच संचालन उत्तराखंड के सुप्रसिद्ध हास्य कलाकार पन्नू गुसाईं, उत्तराखंड सांस्कृतिक समिति ग्रेटर नोएडा के उपाध्यक्ष डीएस नेगी एवं त्रिलोक पंवार द्वारा संयुक्त रूप से किया जायेगा।
कार्यक्रम में संगीतकार मोतीशाह होंगे। कार्यक्रम के दौरान भगवत मनराल के नृत्य निर्देशन में लोक कलाकारों द्वारा पारम्परिक वेशभूषा में देवभूमि उत्तराखण्ड की सुप्रसिद्ध नन्दा देवी राजजात की झांकी प्रस्तुत की जाएगी। इसके साथ ही “रामी बौराणी” और “हम छौं उत्तराखंडी” नृत्य नाटिकाएं भी प्रस्तुत की जाएँगी।