ग्रेटर नोएडा : जेवर में बनने जा रहे नोएडा इंटर नेशनल एयरपोर्ट और दिल्ली के इंदिरा गाँधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट को मेट्रो ट्रेन से जोड़ने की कवायद शुरू हो गयी है। दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड (DMRC) जेवर से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर बने मेट्रो स्टेशन तक हाईस्पीड मेट्रो कॉरिडोर बनाने के लिए डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार रहा है। यमुना प्राधिकरण सीईओ डा। अरुणवीर सिंह ने बताया कि मेट्रो की डीपीआर जल्द तैयार हो जाएगी। एयरपोर्ट से प्रमुख जगहों की कनेक्टिविटी को लेकर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। जिसके बाद नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से जेवर इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक का सफर मेट्रो से सिर्फ एक घंटे में पूरा किया जा सकेगा। इस कारिडोर पर 120 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हाई स्पीड मेट्रो दौड़ेगी। नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट जेवर से नई दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर बनाने में करीब 15 हजार करोड़ रुपए खर्च होगा। इस कॉरिडोर को दो चरणों में बनाए जाना है। जिसमें कुल 13 मेट्रो स्टेशन बनेंगे।
पहला चरण जेवर एयरपोर्ट से नॉलेज पार्क-2 ग्रेटर नोएडा तक बनाया जाएगा। यहां तक मेट्रो के लिए एलिवेटेड ट्रैक बनेगा। जेवर से ग्रेटर नोएडा तक 35।64 किलोमीटर का कॉरिडोर होगा। इसमें सात मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। ये स्टेशन नॉलेज पार्क 2, टेकजोन, सलारपुर अंडरपास, सेक्टर 18, सेक्टर 20, सेक्टर 28-29 और एयरपोर्ट में प्रस्तावित किए गए हैं। इस कॉरिडोर के बनाने में करीब 6000 करोड़ रुपये का खर्च आने की उम्मीद है।
जबकि दूसरे चरण में ग्रेटर नोएडा नॉलेज पार्क 2 से लेकर नई दिल्ली तक का कॉरिडोर बनाया जाएगा। यह पूरी तरह से नया कॉरिडोर होगा। ग्रेटर नोएडा से यमुना बैंक तक एलिवेटेड कॉरिडोर बनाया जाएगा। जबकि यमुना बैंक से नई दिल्ली तक अंडरग्राउंड मेट्रो जाएगी। इसमें 6 स्टेशन होंगे, जिसमें नोएडा सेक्टर 142, बॉटनिकल गार्डन, न्यू अशोक नगर, यमुना बैंक और नई दिल्ली प्रस्तावित किए गए हैं। एक और स्टेशन की प्रस्तावित किया जाना है। दूसरे चरण के कॉरिडोर के निर्माण में करीब 9000 करोड़ रुपये का खर्च आने का अनुमान है। उम्मीद है कि 15 मार्च तक इसकी डीपीआर मिल जाएगी।
बतादें कि वर्तमान में ग्रेटर नोएडा से नोएडा तक एक्वा लाइन मेट्रो चलती है। परन्तु आज भी ग्रेटर नोएडा से प्रतिदिन बड़ी संख्या में लोग बसों या निजी वाहनों से नोएडा, दिल्ली तथा एनसीआर के शहरों में आवाजाही करते हैं। इसकी मुख्य वजह यह है कि एक्वा लाइन मेट्रो का रूट व्यावहारिक नहीं है। एक्वा लाइन मेट्रो नालेज पार्क-4 से शुरू होकर परीचौक, ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस वे के समानांतर होते हुए नोएडा सेक्टर 142 से अंदर की तरफ मुड़ जाती है और फिर सेक्टर 51 पर समाप्त होती है। जिसमे करीब पचास मिनट का समय लगता हैं। इसके अलावा दिल्ली, गुडगाँव, फरीदाबाद जाने वालों को ब्लू लाइन मेट्रो में सवार होने के लिए वहां से सेक्टर-52 तक पैदल या ईरिक्शा से जाना पड़ता है। जिसमे समय के साथ पैसा भी ज्यादा खर्च होता है। इस असुविधा से बचने के लिए लोग मेट्रो के बजाय परी चौक से बस, कैब या अपने निजी वाहन से बाटेनिकल गार्डन तक आना जाना पसंद करते हैं। इसमें समय व पैसे दोनों की बचत होती है। इसी को ध्यान में रखते हुए जेवर से नई दिल्ली तक हाईस्पीड मेट्रो कॉरिडोर की डीपीआर तैयार किये जाने की उम्मीद है। ताकि लोगों को असुविधा न हो।