Laborers hit the streets

ग्रेटर नोएडा : देशभर में लॉकडाउन के चलते कामधंधे बंद पड़े हुए हैं। ऐसे में बिना काम काज के बैठे दिहाड़ी मजदूरों पर अपना और अपने बच्चों का पेट भरने के लिए दो वक्त की रोटी का संकट पैदा हो गया है। और ये सभी किसी न किसी तरह अपने-अपने गांव जाने के लिए मजबूर हैं। शनिवार को ग्रेटर नोएडा में फंसे सैकड़ों मजदूर दोपहर में सड़कों पर उतर आये। मजदूर घर वापसी की मांग कर रहे थे। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंच गयी और लोगों को समझाने का प्रयास किया। परेशान मजदूर अपने घर वापसी की मांग पर अड़े हुए थे। जब लोग नहीं माने तो पुलिस को मजबूरन हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। जिससे मजदूरों में भगदड़ मच गयी। उल्लेखनीय है कि ग्रेटर नोएडा व आसपास के क्षेत्रों में सभी निर्माण कार्य बंद हैं। ग्रेटर नोएडा में बाहर से सैकड़ों की तादाद में मजदूर काम करते थे। लॉक डाउन के चलते अब उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। अब वे यहां से अपने घर जाने को परेशान हैं।

शनिवार की दोपहर ग्रेटर नोएडा के नवादा गोल चक्कर सेक्टर डेल्टा मेट्रो स्टेशन के पास सैकड़ों मजदूर घर वापस की मांग करते हुए एकत्र हो गये। धीरे-धीरे आसपास झुग्गी झोपड़ियों में रहने वाले मजदूरों तथा काम करने वालों को पता चला तो वे भी अपना सामान लेकर पहुंच गये। देखते-देखते काफी संख्या में मजदूर एकत्र हो गये। मजदूरों न तो मास्क लगाये थे और न ही लॉक डाउन के निमयों का पालन किया था। सूचना मिलते ही पुलिस व प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गये। उन्होंने मजदूरों को समझाया कि लॉक डाउन लागू है। अभी किसी को घर वापस लौटने की व्यवस्था नहीं की गयी है। जनपद रेड जोन के चलते एक तरह भीड़ एकत्र नहीं की जा सकती है। धारा 144 भी लागू है। सोशल डिस्टेसिंग का पालन न करना जुर्म है। पुलिस ने उन्हें चेतावनी दी कि वे सभी वापस अपने अपने घरों को चले जाएं लेकिन मजदूर सड़क पर ही डटे रहे। परेशान मजदूरों ने नारेबाजी करने का भी प्रयास किया। लिहाजा पुलिस ने हल्का बल प्रयोग सभी को खदेड़ दिया।