ग्रेटर नोएडा : ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण आईआईटी रुड़की से शहर में पीने के पानी की पाइप लाइन का मास्टर प्लान तैयार करा रहा है। पाइप लाइन में सेंसर लगाने की तैयारी है। टीम ने सर्वे भी शुरू कर दिया है। प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण ने बताया कि आने वाले समय में पानी की समस्या समाधान हो जाएगा। इसके लिए निजी कंसलटेंट कंपनियां काम कर रही हैं। पानी सप्लाई की पाइन लाइन को लेकर आईआईटी रुड़की की टीम मास्टर प्लान बनाने का काम कर रही है। इसके साथ ही सीवर व ड्रेनेज का भी मास्टर प्लान बनाया जा रहा है। इससे पाइन लाइन, सीवर व ड्रेनेज के पूरे नेटवर्क का पता चलेगा। ये तीनों सेंसर से जोड़े जाएंगे। इससे यह स्मार्ट सिस्टम में कन्वर्ट हो जाएगा। सेंसर बेस्ड स्मार्ट सिस्टम बनने के लिए बाद अगर किसी सेक्टर या सड़क पर पानी की पाइप लाइन में लीकेज आती है अथवा क्षतिग्रस्त हो जाती है तो उसके बारे में तुरंत पता चल जाएगा। प्राधिकरण उसे तत्काल ठीक कर सकेगी। उन्होंने बताया कि सीवर को लेकर पिछले एक साल में इतना काम किया गया है, जितना पिछले 20 साल में नहीं हुआ। कासना स्थित एसटीपी में शहर के सीवर का पानी 30 एमएलडी से बढ़कर 60 एमएलडी पहुंचने लगा है। पिछले 20 सालों में यह बड़ी उपलब्धि है। सीवर लाइन आपस में कनेक्ट नहीं थीं, जिन्हें अब कनेक्ट किया जा रहा है। यह काम अंतिम चरण में है।