ग्रेटर नोएडा: भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री डा.महेश शर्मा द्वारा गोद लिए गाँव कचैड़ा में ग्रामीणों ने भाजपा के लोगों के लिए नो एंट्री का बोर्ड लगाया लगा दिया है। कचैड़ा गांव के लोगों में बिल्डर द्वारा खड़ी फसल को बर्बाद कर जमीन पर कब्जा लेने और विरोध करने पर लाठी चार्ज व जेल भेजे जाने की घटना को लेकर बिल्डर के साथ-साथ भाजपा सरकार के प्रति भी रोष है। कचैड़ा गांव के लोगों का कहना है कि अब भाजपा के लोगों को अपने गांव में नहीं घुसने देंगे। भाजपा के लोगों की नो एंट्री का बोर्ड गांव के बाहर लगा दिया है।
बड़ी बात यह है कि कचैड़ा गांव क्षेत्रीय सांसद व केंद्रीय मंत्री डॉ.महेश शर्मा द्वारा गोद लिया गया गांव है। ग्रामीणों का कहना है कि खड़ी फसल को बर्बाद कर बिल्डर द्वारा जमीन पर कब्जा लेना उचित नहीं है। किसानों की बात करने वाली भाजपा सरकार में अपने हक की मांग रहे किसानों पर लाठी चार्ज कर उन्हें जेल भेज दिया जाता है। कचैड़ा गांव केंद्रीय मंत्री डॉ.महेश शर्मा द्वारा गोद लिया गया गांव है, लेकिन भाजपा सांसद व विधायक ने गांव में आकर किसानों की सुध लेना जरूरी नहीं समझा। जनप्रतिनिधियों के रवैये से नाराज ग्रामीणों ने गांव के बाहर नो एंट्री का बोर्ड लगा दिया कि भाजपा के लोगों का आना सख्त मना है।
रविवार को हुई पंचायत में सभी ग्रामीणों ने निर्णय लिया है कि कचैड़ा में किसी भी भाजपा नेता का आना वर्जित है और ना ही आने वाले लोकसभा चुनाव में भाजपा को वोट देंगे। आरोप है कि ग्रामीणों के बच्चों व महिलाओं को डराया जा रहा है। एडवोकेट रविंद्र भाटी का कहना है कि खड़ी फसल को नष्ट करना अपराध है। इस मामले को न्यायालय तक पहुंचाया जाएगा। सोमवार को सैंकड़ों लोग गिरफ्तारी देंगे। रविवार को नरेश नागर, वेदू, रिंकू, भीम आदि को जेल भेजा गया। इस मौके पर देविंदर मुखिया, तेजिंदर नागर, धम्रेद्र नागर, ललित नागर, यशपाल नागर, पप्पू नागर, कालू पहलवान,जगन नागर, कपिल नागर, कुलदीप, नरेश आदि किसान मौजूद रहे।