सीईओ सुरेंद्र सिंह

ग्रेटर नोएडा: युवा आईएएस ऑफिसर एवं मेरठ मंडलायुक्त सुरेंद्र सिंह ने आज विधिवत रूप से ग्रेटर नोएडा अथॉरिटी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) का पदभार ग्रहण कर लिया है. नवनियुक्त सीईओ सुरेंद्र सिंह ने पदभार ग्रहण करने के बाद शहर के कई सेक्टरों का दौरा किया। उसके बाद सीईओ ने प्राधिकरण के अधिकारियों/कर्मचारियों के साथ मैराथन बैठक की.

शाम 4 बजे नवनियुक्त सीईओ सुरेंद्र सिंह ने पत्रकारों के साथ वार्ता की। इस दौरान उन्होंने कहा कि भ्रष्ट तथा लापरवाह अधिकारियों व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर जेल भेजा जाएगा। अवैध निर्माण करने तथा कराने वाले प्राधिकरणकर्मियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि एक माह के अंदर ग्रेटर नोएडा शहर की सूरत बदल जाएगी। प्राधिकरण के इंफ्रास्ट्रक्चर को विश्वस्तरीय बनाया जाएगा। उन्होंने स्पष्ट कहा कि आवंटियों तथा किसानों की हर जायज समस्या का समाधान किया जाएगा। गलत काम किसी भी कीमत पर नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के कुछ गोल चक्कर व सड़कें ठीक से नहीं बनी है। उन्हें तोड़कर दुबारा बनायी जाएगी। बता दें कि सुरेंद्र सिंह ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ के साथ-साथ मेरठ मंडल के आयुक्त भी हैं।

बुधवार को पदभार ग्रहण करने के बाद उन्होंने शहर के कई सेक्टरों का दौरा किया। निरीक्षण के दौरान उन्हें कई खामियां मिलीं। उसके बाद उन्होंने मैराथन बैठक की। पत्रकारों से बातचीत के दौरान उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के रुके पड़े प्रोजेक्टों को पूरा किया जाएगा। शहर को विस्तरीय बनाया जाएगा। उसके लिए काफी परिवर्तन करने होंगे। उन्होंने आासन दिया कि एक माह के अंदर शहर की खूबसूरती तथा सुविधाएं दिखने लगेगी। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण में पारदर्शिता तथा ईमानदारी से काम करने वाले कर्मचारियों को प्रोत्साहित किया जाएगा, वहीं भ्रष्ट तथा लापरवाह कर्मचारियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। जरूरत पड़ी तो एफआईआर दर्ज जेल भी भेजा जाएगी।

उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याओं का वार्ता के माध्यम से समाधान किया जाएगा। प्राधिकरण पहले किसानों को मुआवजा देगा, उसके बाद जमीन लेगा। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के फेज-2 के मास्टर प्लान को बहुत जल्द पास कराकर विकास के कार्य शुरू किये जाएंगे। उन्होंने स्पष्ट कहा कि अवैध निर्माण तथा अतिक्रमण किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। यदि कोई कर्मचारी तथा सुपरवाइजर अवैध निर्माण कराते पाया गया, या फिर अवैध वसूली करने की शिकायत मिली तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।

सीईओ ने कहा कि शहर में हरियाली बहुत कम हो गयी है। अब प्राधिकरण छोटे पौधे की बजाय बड़े पौधे लगायेगा। ताकि शहरवासियों को बहुत जल्द हरियाली दिखायी देने लगे। छोटे पौधों की मेटिनेंस करना बहुत महंगा पड़ता है। उन्होंने शहर के गोल चक्कर की बदहाली पर नाराजगी जतायी। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश भी दिये। एक प्रश्न के उत्तर में उन्होंने कहा कि प्राधिकरण के विकास कार्यों की गुणवत्ता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा। उन्होंने सोलर लाइट पर भी जोर दिया। इसके लिए खाली स्थान पर सोलर पैनल लगाने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि अवैध निर्माण ध्वस्त करने के लिए प्राधिकरण स्पेशल स्वाइड का गठन करेगा। इस मौके पर एसीईओ अमनदीप डुली, ओएसडी सौम्य श्रीवास्तव, जीएम एके अरोडा, संतोष कुमार मौजूद थे।