its-college

ग्रेटर नोएडा: केंद्र सरकार की स्टार्टअप इंडिया व स्किल इंडिया जैसी महत्वपूर्ण योजना को सफल बनाने के लिए उच्च शिक्षण संस्थान भी आगे आ रहे हैं। छात्र- छात्राओं को उद्यमिता के प्रति जागरूक करने की जिम्मेदारी शिक्षकों को दी जा रही है। इसके लिए सबसे पहले शिक्षकों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। इसी के तहत डीएसटी व एनआइएमएटी द्वारा आईटीएस इंजीनियरिंग कॉलेज में 12 दिवसीय फैकल्टी डवलपमेट कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसका शुक्रवार को समापन हो गया।

समापन समारोह की मुख्य अतिथि वैज्ञानिक डॉ.ऊषा दीक्षित ने कहा कि देश में प्रौद्योगिक संचालित और ज्ञान आधारित उद्यम का उछाल दिख रहा है। चाहे वह  परम्परागत व्यवसाय हो या किसी अन्य आधुनिक व्यापार का क्षेत्र हो। नये उद्यमों या स्टार्टअप की संख्या में अचानक बढ़ोतरी ने देश को आश्चर्य चकित कर दिया है। उन्होंने कहा कि व्यसाय में प्रौद्योगिकी और नवाचार एक प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं।

इस दौरान प्रतिक्रिया सत्र भी आयोजित किया गया, ताकि उद्यमिता के बारे में उनके विचार और धारणा के बारे में पता चल सके। शिक्षकों को उद्यमशीलता की आवश्यकता और महत्व के बारे में जागरूक किया गया,ताकि वे छात्र- छात्राओं को एमएसएमई के लिए प्रचार वित्तीय और विनियमन योजनाओं के बारे में जागरूक कर सकें। इस मौके पर आईटीएस के अधिशाषी निदेशक डॉ.विकास सिंह, ग्रुॅप के सलाहकार डॉ.एसएस मिश्रा आदि मौजूद रहे।