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ग्रेटर नोएडा: भारत तिब्बत सीमा पुलिस बल (आइटीबीपी) के 57वें स्थापना दिवस पर गुरुवार को ग्रेटर नोएडा पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि देश की सेवा में शहीद होने वाले जवानों के आश्रितों को एक करोड़ रूपये की आर्थिक सहायता मिले यह व्यवस्था होनी चाहिए। अभी जो आर्थिक सहायता मिल रही है, वह अपर्याप्त होती है। जवान के शहीद हो जाने से उस परिवार में जो अभाव हो जाता है, उसे पैसे से पूरा नहीं किया जा सकता है। गृहमंत्री ने सबको समय से प्रमोशन मिले इस पर भी जोर दिया है। उन्होंने कहा कि सरकार सुरक्षा बलों से जुड़ी समस्याओं को लेकर गम्भीर है। राजनाथ सिंह बृहस्पतिवार को आईटीबीपी के 57वें स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित कर रहे थे। अपने संबोधन में गृहमंत्री ने कहा कि हमारी सुरक्षा बलों पर हमें बहुत नाज है, इससे पहले गृहमंत्री ने परेड की सलामी ली। कार्यक्रम का आयोजन आईटीबीपी की 39वीं वाहिनी के ग्रेटर नोएडा स्थित परिसर में किया गया था।itbp-foundation-day

गृहमंत्री ने आईटीबीपी के जवानों के शौर्य व पराक्रम का बखान करते हुए कहा कि विभिन्न विपरीत परिस्थितियों का मुकाबला करते हुए अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। साथ ही अन्य जिम्मेदारियों का भी निर्वहन किया है। बल द्वारा देश के हिमालयी क्षेत्र में स्थित अति कठिन एवं दुर्गम अग्रिम चौकियों पर उत्साह और चौकसी से की जा रही ड्यूटी की वजह से ही इन्हें हिमवीर कहा जाता है। स्वाभिमान की भावना ही हमें देश सेवा के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि दुर्गम क्षेत्रों में स्थित चौकियों पर तैनात जवानों को किसी तरह की दिक्कत न हो इसका ध्यान रखा जा रहा है। आईटीबीपी को दो हेलीकॉप्टर उपलब्ध कराए गए हैं, ताकि किसी भी तरह की दिक्कत होने पर जवानों को समय रहते राहत व सुविधाएं पहुंचाई जा सकें। शहीद होने वाले जवानों के आश्रितों को एक करोड़ रूपये

की आर्थिक सहायता मिले यह व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में उच्च स्तर पर चर्चा की जा रही है। गृहमंत्री ने आईटीबीपी में तैनात महिलाओं का भी उत्साहबर्धन किया है। उन्होंने कहा कि महिलाओं के पराक्रम को कम नहीं आंका जा सकता है। आईटीबीपी द्वारा महिला सशक्तिकरण, डिजिटल इंडिया, स्वच्छ भारत अभियान एवं वि योग दिवस में की गई सक्रिय पहल की सराहना की है। इस अवसर पर आईटीबीपी के महानिदेशक आरके पचनंदा ने बल के विभिन्न क्रिया कलापों एवं उपलब्धियों पर प्रकाश डाला। इस मौके पर बल के तमाम वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।

कार्मिकों एवं अधिकारियों को किया गया सम्मानित- कार्यक्रम के दौरान गृहमंत्री ने बल के एक कर्मी को उत्तम जीवन रक्षा जीवन पदक, 5 पदाधिकारियों को विशिष्ट सेवा के लिए राष्ट्रपति पुलिस पदक एवं 23 अन्य पदाधिकारियों को सराहनीय सेवा के लिए पुलिस पदक तथा 1 कर्मी को जीवन रक्षा पदक से विभूषित किया गया। साथ ही आईटीबीपी में प्रारम्भ की गई ट्रॉफियों के अनुक्रम में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी की ट्रॉफी अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त जूडोका एएसआई कल्पना थोडम देवी को एवं सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षण केंद्र की ट्रॉफी आरटीसी मध्यप्रदेश को एवं स्वच्छता ट्रॉफी 28वीं वाहिनी को प्रदान की गई।

 

ग्रेटर नोएडा में केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए दो सौ बेड वाले रेफरल अस्पताल का उद्घाटनitbp-foundation-day

 

भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल (आईटीबीपी) के 57वें स्थापना दिवस के मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के लिए समर्पित दो सौ बेड वाले सबसे बड़े रेफरल अस्पताल का भी उद्घाटन किया। ग्रेटर नोएडा में स्थित यह अस्पताल आईटीबीपी के प्रशासनिक नियंतण्रमें संचालित होगा। यह केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों का सबसे बड़ा और सभी आधुनिक उपकरणों एवं उपचार की पद्धतियों से लैस अस्पताल है। आईटीबीपी के स्थापना दिवस समारोह को सम्बोधित करने के दौरान गृहमंत्री ने रेफरल अस्पताल का जिक्र करते हुए कहा कि अस्पताल में जवानों को सभी सुविधाएं मिले और ठीक तरह से संचालन किया जाए। उन्होंने कहा कि नियमों व शतरे में कुछ बदलाव करना पड़े तो किया जाए, लेकिन जवानों के इलाज में कोई कमी नहीं होनी चाहिए।

बता दें कि लगभग 121 करोड़ रूपये की लागत से निर्मित इस रेफरल अस्पताल में आधुनिक पैथोलॉजी लैब, रेडियोलॉजी विभाग, ऑपरेशन थिएटर के साथ- साथ विभिन्न विशेष विभाग उपलब्ध हैं। आईटीबीपी के महानिदेशक आरके पचनंदा ने बताया कि निकट भविष्य में कॉर्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, नेफरोलॉजी व न्यूरोसर्जरी जैसे विभाग भी शामिल होंगे।