ग्रेटर नोएडा : सेक्टर वासियों की शिकायत पर ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सेक्टरों में जलापूर्ति का समय बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। इसके बाद ही अब गांवों के सेप्टिक टैंक के गंदे पानी को नालियों में नहीं बहाया जाएगा। गंदे पानी को एसटीपी में डालने के निर्देश दिये गये हैं।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के सीईओ नरेंद्र भूषण व अन्य अधिकारियों ने गत 29 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये सेक्टर वासियों के साथ बैठक की थी। जिसमें लोगों ने प्राधिकरण से कई शिकायतें की थीं। सेक्टर 37 आरडब्ल्यूए के अध्यक्ष जय सिंह व सेक्टर ओमीक्रान-2 के आरडब्ल्यूए अध्यक्ष सतीश भाटी ने पानी की सप्लाई बेहद कम होने की शिकायत की थी। जिस पर प्राधिकरण के जीएम समाकांत श्रीवास्तव ने सेक्टरों में पानी सप्लाई की अवधि बढ़ाने के निर्देश दिये हैं। इसके अलावा यह भी शिकायत की गयी थी कि गांवों के सेप्टिक टैंक के सीवर को टैंकरों के जरिये नाले में बहा दिया जाता है। इससे गंदगी और प्रदूषण बढ़ रहा है। उन्होंने निर्देश दिये कि गंदे पानी को नाले में न बहाया जाए। इसे सीधे एसटीपी में डाला जाएगा।
प्राधिकरण के अधिकारियों का कहना है कि शिकायतों के आधार पर अवैध गेस्ट हाउस और पीजी को चिन्हित करने की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है। अवैध मोबाइल टावर भी हटाये जाएंगे। सेक्टर 37 में एलईडी स्ट्रीट लाइटें लगायी जाएगी। सेक्टर ईटा-1 में बाउंड़ी वाल के अधूरे कार्य को पूरा कराने की सैद्धांतिक मंजूरी मिल गयी है।