आज सौर मंडल मे बड़ी हलचल होने वाली है। सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह देव गुरु बृहस्पति आज अपने मित्र शनि देव की मकर राशि से अपना भ्रमण पूरा करके शनिदेव की ही दूसरी राशि कुंभ में प्रवेश करेंगे।
उत्तराखंड ज्योतिष रत्न आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल सूक्ष्म ज्योतिषीय गणना करके बताते है कि गुरु बृहस्पति अपनी नीच राशि मकर का भ्रमण समाप्त करके आज अर्थात 20 नवंबर की मध्य रात्रि 11बजकर 19 मिनट पर कुंभ राशि में प्रवेश कर रहे हैं। इस राशि पर ये 13 अप्रैल 2022 तक गोचर करेंगे।
सौर वैज्ञानिक डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल का कहना है कि सौरमंडल की इस बड़ी घटना से देश और दुनिया में अप्रत्याशित रूप से राजनीतिक हलचल हो सकती है। रुके हुए कार्यों में तेजी आ सकती है, किसी के सिर पर ताज सज सकता है तो किसी के सिर से ताज हट सकता है। क्योंकि देव गुरु बृहस्पति विद्या बुद्धि पद प्रतिष्ठा राजकाज के कारक भी हैं इसलिए इनके राशि परिवर्तन से काफी बड़े स्तर पर भूमंडल पर हलचल हो सकती है।
जन्म कुंडली हस्तरेखा एवं वास्तु शास्त्र में बड़े हस्ताक्षर और उत्तराखंड शिक्षा विभाग में प्रथम गवर्नर अवार्ड से सम्मानित आचार्य डॉक्टर चंडी प्रसाद घिल्डियाल बताते हैं कि गुरु ग्रह के इस राशि परिवर्तन का सभी राशियों पर असर जन्म लग्न के हिसाब से 13 अप्रैल 2022 तक इस प्रकार रहेगा।
मेष राशि : राशि से एकादश लाभ स्थान में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव बेहतरीन सफलता कारक रहेगा। आय के साधन बढ़ेंगे, दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। सोची-समझी रणनीति कारगर रहेगी। परिवारके वरिष्ठ सदस्यों से सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय बेहद अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलोंमें प्रगाढ़ता आएगी। धन पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी
वृषभ राशि : राशि से दशम कर्म भावमें गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव मान सम्मान तथा पद की वृद्धि कराएगा। नौकरी में भी नए अनुबंध की प्राप्ति के योग। शासन सत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। सरकारी विभागों में प्रतीक्षित कार्य संपन्न होंगे। किसी भी तरह के टेंडर आदि के लिए भी आवेदन करना चाह रहे हों तो उस दृष्टि से भी अवसर अनुकूल रहेगा। जमीन जायदाद से जुड़े मामलों का निपटारा होगा। मकान अथवा वाहन का भी क्रय करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा।
मिथुन राशि : राशि से नवम भाग्य भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है जो भी सफलता चाहें जैसी सफलता चाहें हासिल कर सकते हैं। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति गहरी रूचि रहेगी। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए भी समय बेहद अनुकूल रहेगा। अपनी योजनाओं तथा रणनीतियों को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे। विदेशी कंपनियोंमें सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास भी सफल रहेगा।
कर्क राशि : राशि से अष्टम आयु भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव बहुत अच्छा रहेगा यद्यपि थोड़ा बहुत उतार-चढ़ाव की अधिकता रहेगी। कार्यक्षेत्र में भी षड्यंत्रकारी आपको नीचा दिखाने में सक्रिय रहेंगे। परंतु अंत में विजय आपको ही प्राप्त होगी विद्यार्थियों को परीक्षा में अच्छे अंक हासिल करने के लिए और प्रयास करने होंगे। जमीन जायदाद के मामलों में विवाद बढ़ सकता है। इस अवधि के मध्य किसी भी तरह के अनुबंध पर हस्ताक्षर करते समय नियमों और शर्तों को गंभीरता से जांच लें। प्रेम संबंधी मामलों में उदासीनता के योग।
सिंह राशि : राशि से सप्तम दांपत्य भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव सुखद रहेगा। कार्य- व्यापार में तो उन्नति होगी ही शादी-विवाह से संबंधित वार्ता भी सफल रहेगी। शासनसत्ता का पूर्ण सहयोग मिलेगा। सरकारी सर्विस के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो उसके लिए भी ग्रह गोचर अनुकूल रहेगा। विदेशी कंपनियों में सर्विस अथवा नागरिकता के लिए किया गया प्रयास सफल रहेगा। अपनी ऊर्जाशक्ति के बल पर कठिन परिस्थितियों पर भी आसानी से विजय प्राप्त कर लेंगे।
कन्या राशि : राशि से छठे शत्रुभाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव कई तरह के अप्रत्याशित परिणाम और उतार-चढ़ाव का सामना करवाएगा। गुप्त शत्रुओं की अधिकता रहेगी। पढ़े-लिखे और आपके नजदीक काम करने वाले ही आपके दुश्मन बनेंगे। परंतु शत्रुओं के सारे षड्यंत्र अंत में विफल हो जाएंगे 4 महीने की इस अवधि के मध्य किसी को भी अधिक कर्ज देने से बचें अन्यथा आर्थिक हानि के योग। झगड़े-विवाद तथा कोर्ट कचहरी से संबंधित मामले भी आपस में सुलझा लेना समझदारी रहेगी। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग।
तुला राशि : राशि से पंचम विद्या भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है। काफी दिनों से चली आ रही कार्य बाधा दूर होगी। सरकारी विभागों में भी प्रतिक्षित कार्यो का निपटारा होगा। संतान संबंधी चिंता से मुक्ति मिलेगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। प्रेम संबंधी मामलों में प्रगाढ़ता आएगी। प्रेम विवाह भी करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। परिवार के वरिष्ठ सदस्यों तथा बड़े भाइयों से भी सहयोग मिलेगा।
वृश्चिक राशि : राशि से चतुर्थ सुख भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव काफी उतार-चढ़ाव वाला रहेगा। किसी न किसी कारण से पारिवारिक कलह एवं मानसिक अशांति का सामना करना पड़ेगा। मित्रों तथा संबंधियों से भी अप्रिय समाचार प्राप्ति के योग। माता पिता के स्वास्थ्य के प्रति चिंतनशील रहें। कार्यक्षेत्र का विस्तार होगा। सरकारी कंपनियों में भी सर्विस के लिए आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल रहेगा। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग।
धनु राशि : राशि से तृतीय पराक्रम भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव काफी मिलाजुला रहेगा। पराक्रम की वृद्धि होगी, लिए गए निर्णय और किए गए कार्यों की सराहना भी होगी। भाइयों से मतभेद गहरा सकता है किंतु इसे ग्रह योग समझकर बढ़ने न दें। धर्म एवं अध्यात्म के प्रति रुचि बढ़ेगी। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नव दंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के भी योग। कार्य-व्यापार का विस्तार होगा। धार्मिक ट्रस्टों तथा अनाथालय आदि में बढ़-चढ़कर दान-पुण्य करेंगे।
मकर राशि : राशि से द्वितीय धन भाव में गोचर करते हुए बृहस्पति का प्रभाव उतार-चढ़ाव और अप्रत्याशित परिणाम वाला रहेगा। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा, दिया गया धन भी वापस मिलने की उम्मीद। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। वीजा आदि के लिए भी आवेदन करना चाहें तो अवसर अनुकूल रहेगा। परिवारमें आपसी सामंजस्य बनाए रखें। अलगाववाद की स्थिति न उत्पन्न होने दें। अपनी योजनाओं को गोपनीय रखते हुए कार्य करेंगे तो अधिक सफल रहेंगे।
कुंभ राशि : आपकी राशि में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव सुखद परिणाम दायक रहेगा। पद और गरिमा की वृद्धि होगी। नौकरी में भी नए अनुबंध प्राप्ति के योग। केंद्र अथवा राज्य सरकार के विभागों से संबंधित कार्यो का निपटारा होगा। विद्यार्थियों एवं प्रतियोगिता में बैठने वाले छात्रों के लिए समय बेहद अनुकूल रहेगा। संतान के दायित्व की पूर्ति होगी। नवदंपति के लिए संतान प्राप्ति एवं प्रादुर्भाव के योग। प्रेम संबंधी मामलों में भी प्रगाढ़ता आएगी, प्रेम विवाह भी कर सकते हैं।
मीन राशि : मीन राशि से बारहवें में हानि भाव में गोचर करते हुए गुरु का प्रभाव बहुत अच्छा नहीं कहा जा सकता। उतार-चढ़ाव की अधिकता तो रहेगी किंतु मांगलिक तथा धार्मिक कार्यों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लेंगे और दान पुण्य भी करेंगे। विदेशी मित्रों तथा संबंधियों से सुखद समाचार प्राप्ति के योग। यात्रा देशाटन का लाभ मिलेगा। विदेशी नागरिकता के लिए वीजा का आवेदन करना चाह रहे हों तो अवसर अनुकूल। झगड़े विवाद से दूर ही रहें और कोर्ट कचहरी के मामले भी आपस में सुलझाएं।
आचार्य चंडी प्रसाद घिल्डियाल आगाह करते हैं कि जिन लड़कियों की कुंडली में बृहस्पति की स्थिति ठीक नहीं है उनके विवाह और गृहस्थ धर्म में अड़चन आती हैं। और लड़कों की कुंडली में यदि बृहस्पति की स्थिति ठीक नहीं है तो उनको राज पद प्राप्ति, संतान प्राप्ति, पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति में अड़चनें आती हैं। पत्नी से संबंध भी ठीक नहीं रहते हैं। इन 4 माह के अंदर उनके लिए पूर्ण वैदिक और वैज्ञानिक पद्धति से यदि गुरु ग्रह के मंत्र की ध्वनि को यंत्र में परिवर्तित कर दिव्ययंत्र बनाया जाए तो बहुत अनुकूल परिणाम रहेंगे इसके लिए लोग उनसे सीधे संपर्क कर सकते हैं।