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बागेश्वर: उत्तराखण्ड के बागेश्वर जनपद में पिछले कई महीनों से तेंदुए का आतंक बना हुआ है। यहाँ के स्थानीय लोग पिछले कई समय से आदमखोर तेंदुओं के साये में जी रहे हैं। जिले में आये दिन तेंदुए द्वारा कई लोगों पर हमला करने की खबरे सुनाई देती है। यहाँ तेंदुए ज्यादातर मासूम बच्चों को अपना शिकार बना रहे है।

प्राप्त खबर के अनुसार बुधवार रात को बागेश्वर के नुमाईशखेत में तेंदुए ने मां की गोद में बैठे 6 साल के बच्चे पर अचानक हमला कर दिया। परन्तु कहते हैं कि एक मां अपने बच्चे की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकती है। यहाँ भी कुछ ऐसे ही हुआ। तेंदुआ जैसे बच्चे पर हमलाकर उसे खीचकर ले जाने लगा तभी महिला उससे भिड गई। महिला की हिम्मत और साहस के आगे तेंदुए को भागना पड़ा। सूचना के अनुसार 6 वर्षीय दक्ष अपनी माँ के साथ नुमाईशखेत में चल रहे रामलीला और दुर्गा महोत्सव का नजारा देख रहा था। तभी अचानक एक तेंदुआ दक्ष पर झपट पड़ा और उसे मां के हाथ से खींचकर ले जाने की कोशिश करने लगा। परन्तु बच्चे की  साहसी मां तेदुए से भिड गई और करीब पांच मिनट तक तेंदुए से संघर्ष करते हुए महिला ने अपने बच्चे को उसके मुंह से खींच लाई।

महिला के साहस और मौके पर भीड़ जुटती देख तेंदुआ बच्चे को छोड़कर भाग निकला। घायल मासूम को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है जहां उसकी हालत खतरे से बाहर है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में दहशत और रोष व्याप्त है।

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