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नई दिल्ली:  देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी  की अंतिम यात्रा में जनसैलाब उमड़ पड़ा। शुक्रवार को बीजेपी मुख्यालय से शुरू हुयी अटल जी की अंतिम यात्रा में राजघाट के करीब स्‍मृति स्‍थल तक अंतिम दर्शनों के लिए लाखों की संख्या में लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। एक अनुमान के मुताबिक अटल जी के अंतिम दर्शिनों के लिए लाख से अधिक लोग पहुंचे। इससे पहले 1991 में पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की अंतिम यात्रा में भी दिल्ली के राजघाट पर इसी तरह का जनसैलाब उमड़ा था।atal-bihari-vajpeyee-last

अटल जी की अंतिम यात्रा दोपहर एक बजे भाजपा मुख्यालय से शुरू होकर पंडित दीनदयाल उपाध्याय मार्ग, बहादुर शाह जफर मार्ग, दिल्ली गेट, नेताजी सुभाष मार्ग, निषाद राज मार्ग और शांति वन चौक से होते हुए राष्ट्रीय स्मृति स्थल पहुंची। अटल बिहारी वाजपेयी की अंतिम यात्रा के दौरान सुरक्षा के साथ यायायात की व्यवस्था बनाये रखने के लिए दिल्ली पुलिस ने पहले ही एडवाइजरी करते हुए मुताबिक, कृष्‍णा मेमन मार्ग, सुनहरी बाग रोड, तुगलक रोड, अकबर रोड, तीस जनवरी मार्ग, क्‍लेरिज होटल से विंडसर प्‍लाजा के बीच जनपथ, मानसिंह रोड, शाहजहां रोड से तिलक मार्ग सी-हैक्‍सागन, आईपी मार्ग, डीडीयू मार्ग के रास्‍ते सुबह आठ बजे से बंद कर दिए थे।देश के भूतपूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने गुरुवार शाम 5:05 बजे दिल्ली के एम्स अस्पताल में अंतिम सांस ली। उनके साथ भी भारतीय राजनीति का एक अध्याय समाप्त हो गया। अटल जी 11 जून से नयी दिल्ली के एम्स अस्पताल में भर्ती थे। बुधवार 15 अगस्त को उनकी तबियत अचानक काफी बिगड़ गई थी, जिसके बाद देश भर से नेताओं का दिल्ली पहुंचना शुरू हो गया था। गुरूवार को उनके निधन की खबर आते ही पूरा देश स्तब्ध रह गया। उनके निधन पर देश में सात दिनों के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई है।

बृहस्पतिवार शाम को राष्‍ट्रपति रामनाथ कोविंद, उपराष्‍ट्रपति वेंकैया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा अध्‍यक्ष अमित शाह, लालकृष्‍ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पूर्व राष्‍ट्रपति प्रणब मुखर्जी, पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता सोनिया गाँधी केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह, सैकड़ों लोग अटल जी को श्रद्धांजलि अर्पित करने पहुंचे।

अटल बिहारी वाजपेयी को श्रद्धांजलि देने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री के अलावा सेना प्रमुख विपिन रावत, नौसना प्रमुख ऐडमिरल सुनील लांबा, एयर चीफ मार्शल बीरेंद्र सिंह धनोआ भी स्मृति स्थल पहुंचे।