ISRO launch LVM3 : भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने आज यानी 26 मार्च 2023 को एक नया कीर्तिमान स्थापित किया है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) ने 36 सैटेलाइट को ले जाने वाला भारत का सबसे बड़ा LVM3 रॉकेट आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से सफलतापूर्वक लॉन्च किया। ब्रिटेन की नेटवर्क एक्सेस एसोसिएट्स लिमिटेड (वनवेब ग्रुप कंपनी) ने पृथ्वी की निचली कक्षा में 72 सैटेलाइट को लॉन्च करने के लिए इसरो की कमर्शियल ब्रांच न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड से एक करार किया है।
LVM3 इसरो का सबसे भारी भरकम प्रक्षेपण यान है जो अब तक पांच सफल उड़ानें पूरी कर चुका है जिसमें चंद्रयान-2 मिशन भी शामिल है। दरअसल ब्रिटेन की वनवेब ग्रुप कंपनी ने इसरो की वाणिज्यिक शाखा न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड से 72 उपग्रह लॉन्च करने का करार किया था।
वनवेब ग्रुप कंपनी के लिए पहले 36 सैटेलाइट 23 अक्टूबर 2022 को लॉन्च किए गए थे। रविवार को इसरो की यह 18वां लॉन्चिंग है। इस साल का यह तीसरा लॉन्च है और इससे पृथ्वी की निचली कक्षा में सैटेलाइट के समूह की पहली पीढ़ी पूरी हो जाएगी।
इसरो के मुताबिक, ये लॉन्चिंग अगर कामयाब रहती है तो वनवेब इंडिया-2 स्पेस में 600 से ज्यादा लोअर अर्थ ऑर्बिट सेटेलाइट्स के कान्स्टलेशन को पूरा कर लेगी। साथ ही इससे दुनिया के हर हिस्से में स्पेस आधार ब्रॉडबैंड इंटरनेट योजना में मदद मिलेगी।
इसमें 23 अक्टूबर 2022 को 23 उपग्रह इसरो पहले ही ल़ॉन्च कर चुका है। आज बाकी 23 उपग्रहण पृथ्वी की कक्षा में स्थापित किए जाएंगे। इसरो की इस लॉन्चिंग से पृथ्वी की कक्षा में वेब वन कंपनी के उपग्रहों की कुल संख्या 616 हो जाएगी। वहीं इसरो के लिए इस साल का ये दूसरा प्रक्षेपण है।
भारत ने पहला स्पेसक्राफ्ट 19 अप्रैल 1975 में लॉन्च किया। इस सैटेलाइट का नाम मशहूर भारतीय गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया। ये सैटेलाइट पूरी तरह स्वदेशी था। इस सैटेलाइट को सोवियत कोसमोज-3M रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया।
इसरो ने पहला रॉकेट अमेरिकी स्पेस एजेंसी NASA से लिया था, जिसे 1963 में लॉन्च किया। लेकिन इसके बाद से ही इसरो स्वदेशी की ओर बढ़ने लगा। इसरो ने अपना स्वदेशी सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल-3 (SLV-3) बनाया। इसमें रॉकेट और लॉन्चिंग पैड शामिल था। इस रॉकेट का वजन 17 टन था। वजन ज्यादा होने की वजह से रॉकेट को बैलगाड़ी की मदद से लॉन्च पैड तक ले जाया गया। इस रॉकेट को 18 जुलाई 1980 में श्री हरिकोटा रेंज से रोहिणी सैटेलाइट RS-1 के साथ लॉन्च किया गया। इस सैटेलाइट के लॉन्च होने के बाद भारत दुनिया का छठा ऐसा देश बन गया, जिसने स्वदेशी रॉकेट को अंतरिक्ष में भेजा।
#ISRO #LVM3 carrying 36 satellites of #OneWeb#IADN pic.twitter.com/ZbN64Az5hb
— Indian Aerospace Defence News (IADN) (@NewsIADN) March 26, 2023