Joe Biden US President

Joe Biden US President : अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव के आखिरी नतीजों पर दुनियाभर के लोगों की नजर लगी हुई है। इसबीच खबर आ रही है कि इस चुनाव में डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन की जीत तय हो चुकी है। उनका अमेरका का अगला राष्ट्रपति बनना तय है। बीबीसी के मुताबिक़, अहम माने जा रहे पेंसिल्वेनिया राज्य में डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन ने बड़ी जीत हासिल कर ली है जिसके बाद व्हाइट हाउस तक पहुंचने के लिए ज़रूरी 270 इलेक्टोरल कॉलेज वोट के आंकड़े को वो पार कर गए हैं। अब तक के आंकड़ों के मुताबिक, जो बाइडन को 290 इलेक्टोरल वोट मिले, जबकि रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप को 214 इलेक्टोरल वोट मिले हैं। वोटों की बात करें तो डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन को कुल 7,50,33,193 वोट मिले हैं, जबकि डोनाल्ड ट्रंप को 7,07,08,633।

हालाँकि अमेरिका के वर्तमान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अब तक हार नहीं मानी है। उन्होंने चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए बड़े पैमाने पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। ट्रंप ने खुद के जीतने का दावा किया है। ट्रंप ने ट्वीट कर कहा कि मुझे इस चुनाव में 7.10 करोड़ वैध वोट मिले हैं और मैं ही चुनाव जीता हूं।

इसबीच प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शनिवार को अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत दर्ज करने के लिए डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जो बाइडेन को बधाई दी। उन्होंने अमेरिकी उपराष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान भारत-अमेरिकी संबंधों को और मजबूती प्रदान करने में उनके योगदान का भी जिक्र किया। पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में अमेरिका की उपराष्ट्रपति चुनी गईं कमला हैरिस को भी जीत की बधाई दी और उनकी जीत को भारतीय-अमेरिकियों के लिए गर्व का विषय बताया।

अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बनने जा रहे जो बाइडेन कौन हैं?

डेमोक्रेटिक पार्टी के उम्मीदवार जो बाइडेन का पूरा नाम जोसेफ रॉबनेट बाइडेन जूनियर है। 77 वर्षीय जो बाइडेन का जन्म पेंसिलविनिया राज्य के स्क्रैंटन में हुआ था। उनके पिता कैथोलिक आयरिश मूल के थे। जिनका नाम जोसेफ रॉबनेट बाइडेन था, जबकि माता का नाम कैथरीन यूजीन फिननेगन था। जो बाइडेन ने अपनी शिक्षा क्लेमॉन्ट में आर्चर अकादमी में पाई। जहां की फुटबाल टीम में भी वह काफी सक्रिय रहे। वह आर्थिक रूप से गरीब होने के बाद भी पैदायिशी नेता थे। बाइडेन ने डेलावेयर विश्वविद्यालय से से इतिहास और राजनीति विज्ञान में ग्रेजुएशन किया है।

अमेरिका राजनीति में करीब पांच दशकों से सक्रिय जो बाइडेन ने सबसे युवा सीनेटर से लेकर सबसे उम्रदराज अमेरिकी राष्ट्रपति बनने तक का शानदार सफर तय करके शनिवार को इतिहास रच दिया। 77 वर्षीय बाइडेन 6 बार सीनेटर रह चुके हैं। जो बाइडेन 1972 में डेलावेयर से डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से पहली बार सीनेटर चुने गए थे। यहीं से उनके राजनीतिक करियर की शुरुआत हुई। जो बाइडेन इस चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के दिग्गज नेता जेम्स कालेब बोग्स को हराया था।

जो बाइडेन दो बार अमेरिका के उपराष्ट्रपति रह चुके हैं। पहली बार नवंबर 2008 जब बराक ओबामा अमेरिका के राष्टपति बने तब जो बाइडेन को उपराष्ट्रपति पद पर जीत मिली। और 2012 में पार्टी ने फिर से ओबामा और बाइडेन की जोड़ी को चुनावी मैदान में उतारा। जिसमें इन्हें फिर से जीत हासिल हुई और वे दोबारा अमेरिका के उपराष्ट्रपति बने। और अब 2020 में जो बाइडेन अमेरिका के 46वें राष्ट्रपति बन गए।

इसके साथ ही डेमोक्रेट पार्टी की कमला हैरिस अमेरिका की पहले अश्वेत महिला उपराष्ट्रपति बनने जा रही हैं। कैलिफोर्निया की सीनेटर कमला दक्षिण एशियाई मूल की पहली अमेरिकी उपराष्ट्रपति भी होंगी। यह पहली बार है जब दक्षिण एशियाई मूल की कोई महिला सरकार में इतने बड़े ओहदे पर काम करेगी।