अपने लिए जिये तो क्या जिये ऐ दिल तू जी जमाने के लिए। इस बात को चरितार्थ करते हुए बेतालघाट के युवा राहुल अरोरा ने एक मिसाल कायम की। राहुल अरोरा बीते कई समय से उत्तराखंड और दिल्ली एनसीआर में जरूरतमंद लोगों की मदद करते आ रहे हैं। खासतौर पर बेतालघाट इलाके में राहुल अरोरा ने एक सजग और निस्वार्थ समाजसेवी के तौर पर समाजसेवा में आदर्श मानक स्थापित किए हैं। बात चाहे प्रथम बेतालघाट महोत्सव के आयोजन की हो या फिर बेतालघाट के सामाजिक सरोकारों से जुड़े किसी भी मुद्दे की समाजसेवी राहुल अरोरा हमेशा पहली पंक्ति में नज़र आते हैं। हाल ही में समाजसेवी अरोरा ने बेतालघाट इलाके के 23 स्कूलों को निःशुल्क सेनिटाइजर, मास्क, थर्मल स्कैनर की पूरी कीट दी। वहीं निःशुल्क संगीत क्लास, डाँस क्लास के साथ-साथ गरीब और जरूरतमंद परिवारों और व्यक्तियों के साथ आप हर समय खड़े रहते है।
सामाजिक सरोकारों के लिए राहुल अरोरा के समर्पण,निष्ठा और सक्रियता को देखते हुए उत्तराखंड की गवर्नर बेबी रानी मोर्या ने उन्हें सम्मानित किया है।
गौरतलब है कि राहुल अरोरा बेतालघाट के पहले शख्स हैं जिन्हें समाजसेवा के क्षेत्र में उत्तराखंड के महामहिम राज्यपाल ने सम्मानित किया है। समाजसेवी राहुल अरोरा के गवर्नर अवार्ड से सम्मानित होने पर इलाके में खुशी की लहर है। राहुल अरोरा और उनकी टीम को बधाई देते हुए स्थानीय लोगों का कहना है कि यह सही मायनों में एक आदर्श और निस्वार्थ भाव से काम कर रहे सामाजिक कार्यकर्ता के व्यक्तित्व एवं कृतित्व का सम्मान है।