gangster Vikas Dubey encounter

उत्तर प्रदेश से बड़ी खबर आ रही है। कानपुर शूटआउट कांड का मुख्य आरोपी गैंगस्टर विकास दुबे फ़िल्मी अंदाज में पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है। विकास दुबे को उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (STF) की गाड़ी मध्य प्रदेश के उज्जैन से कानपुर लेकर आ रही थी। स्‍पीड तेज थी। बारिश होने से रोड पर फिसलन थी। पुलिस के मुताबिक  रास्‍ते में अचानक गाड़ी पलट गई। इस हादसे में विकास दुबे और एक सिपाही को भी चोटें आईं। इसीबीच विकास ने मौका पाकर एसटीएफ के एक अधिकारी की पिस्टल छीनकर भागने की कोशिश की। एसटीएफ ने विकास से हथियार रखकर सरेंडर करने को कहा। वह इसके बावजूद नहीं माना तो पुलिस को मजबूरन एनकाउंटर करना पड़ा।

कानपुर (वेस्ट) के एसपी ने मीडिया को बताया कि विकास दुबे को जब लाया जा रहा था तब गाड़ी पलट गई, इसमें जो पुलिसकर्मी घायल हुए उसने उनका पिस्टल छीनने की कोशिश की। पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर कर आत्मसमर्पण कराने की कोशिश की जिसमें उसने जवाबी फायरिंग की। आत्मरक्षा में पुलिस द्वारा की गई फायरिंग के दौरान विकास दुबे को गोली लग गई। कानपुर के लाला लाजपत राय अस्पताल के डॉक्टरों ने इस बात की पुष्टि कर दी है कि विकास दुबे मारा गया।

बता दें कि विकास दुबे कानपुर के बिकरु गांव में 2 जुलाई की रात 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर फरार हो गया था। कल ही उसे उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। विकास दुबे की गिरफ़्तारी भी उज्जैन के महाकाल मंदिर में बड़े ही नाटकीय अंदाज में हुई और आज तड़के उसका एनकाउंटर भी एकदम फ़िल्मी अंदाज में ही हुआ। खैर जो भी हो अपराध करने वालों के साथ ऐसा ही होना चाहिए तभी अपराध और अपराधियों पर लगाम लग पायेगी।